कलेक्टर के जनदर्शन में पहुंचे महिला-पुरूषों ने कहा कई पुरखों का शव है या दफन
अंबिकापुर। दरिमा थाना क्षेत्र के गाम शिवपुर में उरांव समाज के कब्रिस्तान की भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा अवैध कब्जा करके खेती करने और कफन-दफन किए गए शवों को उखाड़कर फेंकने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। काफी संख्या में पहुंचे गांव के लोगों ने इसकी शिकायत सरगुजा कलेक्टर के जनदर्शन में पहुंच कर की है। ग्रामीणों ने दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ ही गांव के पटवारी हल्का नंबर 01, रा.नि.मं. सोहगा, तहसील दरिमा में स्थित कब्रिस्तान की भूमि का खसरा नक्शा एवं बी-1 प्रदान कराने का आग्रह किया है।
सोमवार को जनदर्शन में पहुंचे सुन्दरी, धनेश्वरी एक्का, गुड्डू, बेचन राम बेक, नेपाली बेक, नान, सुन्दर, रामलाल, घूरसाय बेक, संजय तिर्की, अजीत लकड़ा, कनीलाल, रवि बेक, रिझोबाई, सनमती तिर्की, सुशीला सहित अन्य ग्रामवासियों ने बताया कि जिस भूमि का कई पीढ़ियों से कब्रिस्तान के रूप में उपयोग किया जा रहा है, उस जमीन की जोताई करने में गांव के ही कुछ लोग लगे हैं। आए दिन विवाद की बने वाली स्थिति को देखते हुए उन्होंने खसरा नंबर 615/2. 615/2, 615/4 रकबा 0.170, 0.648 एवं 1.060 हेक्टेयर का खसरा नक्शा एवं बी-1 प्राप्त करने हेतु आवेदन जमा किया। इसके बाद न्यायालय, नायब तहसीलदार दरिमा ने 11.03.2024 को ग्रामीणों के समक्ष उक्त भूमि का सीमांकन करने हेतु पटवारी को आदेश जारी किया गया। पटवारी ने सभी ग्रामीणों के मौजूदगी में 12.03.2024 को सीमांकन एवं पंचनामा तैयार कर सभी कोणों को चिन्हित किया था, जिसमें खसरा नंबर 615/2, 615/3 रकबा 0.170, 0.648 हैक्टेयर भूमि रजवार एवं पनिका समाज का कब्रिस्तान होना बताया गया। इसके बाद भी खसरा नंबर 615/4 के 0.240 हेक्टेयर पर अनावेदक शिवशंकर एवं रामशंकर पिता नेतराम गाम शिवपुर के द्वारा अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण करके कृषि कार्य करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। बताया गया है कि खसरा नंबर 615/4 के रकबा 0.120 हेक्टेयर में गोठान शेड एवं खुली भूमि है। खुली भूमि पर कुछ व्यक्तियों के द्वारा काबिज होकर कृषि कार्य किया जा रहा है। खसरा नंबर 615/4 के शेष रकबा 0.700 हेक्टेयर भूमि में उरांव समाज का मरघट है। उक्त भूमि का आज दिनांक तक खसरा, नक्शा एवं बी-1 तहसील कार्यालय से प्राप्त नहीं होने के कारण मनमाने तरीके से पूर्वजों के शव को क्षति पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि मरघट की भूमि को सुरक्षित करने के लिए उन्होंने खसरा, नक्शा एवं बी-1 की मांग की है, लेकिन दरिमा में पदस्थ नायब तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता के द्वारा उन्हें गुमराह करने एवं रुपये की मांग करने का आरोप लगाया है। बताया गया है कि नायब तहसीलदार का कहना है कि सरकारी भूमि का खसरा, नक्शा एवं बी-1 नहीं मिलेगा। इनके द्वारा गांव के ही तीन व्यक्तियों के नाम का उल्लेख करते हुए खेती के लिए अंतिम संस्कार किए गए शव को उखाड़कर फेंक देने और गाली-गलौज एवं मारपीट करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया है कि पटवारी के द्वारा किए गए नापजोख के बाद वे उक्त भूमि को सुरक्षित करने के लिए बाउंड्री बनवाने की पहल किए थे, इसे भी तोड़फोड़ दिया गया। बहरहाल ग्रामीणों को कलेक्टर के जनदर्शन में आवश्यक कार्रवाई का भरोसा मिला है, देखना यह है कि मामले में प्रशासन क्या कदम उठाता है।

Spread the love