नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी कुवैत यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में नये युग की शुरुआत होगी। पीएम मोदी शनिवार (21 दिसंबर, 2024) को कुवैत जाएंगे। 22 दिसंबर को इनकी कुवैत के आमिर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से अलग-अलग बातचीत होगी। वह उसी दिन शाम को स्वदेश लौट आएंगे। इस बीच मोदी कुवैत में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
कुवैत में 10 लाख भारतीय
कुवैत में 10 लाख भारतीय रहते हैं जिनकी संख्या वहां रहने वाले विदेशी नागरिकों में सबसे ज्यादा है। यह 43 वर्षों बाद किसी भारतीय पीएम की कुवैत यात्रा होगी और इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में नई गर्माहट आएगी। वर्ष 1990 में जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था तब भारत ने इसकी निंदा नहीं की थी। इससे कुवैत के साथ रिश्तों में एक तल्खी आई थी। इस वजह से दोनों देशों के बीच लंबे समय तक राजनीतिक संवादहीनता की स्थिति रही।
इन मुद्दों पर होगी बातचीत
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन व कारोबारी रिश्तों से जुड़े दूसरे मुद्दों पर बात होगी। स्थानीय मुद्रा में कारोबार करना भी एक बड़ा मुद्दा रहेगा। पीएम मोदी की यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कुवैत अब खाड़ी देशों के परिषद का अध्यक्ष बनने जा रहा है। भारत इनके साथ मुक्त व्यापार समझौता करने पर बात कर रहा है।