बीते रविवार को अलसुबह उदयपुर क्षेत्र में हुए हादसे का स्थल ब्लैक स्पॉट की परिधि में नहीं
अंबिकापुर। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए किए जा रहे तमाम प्रयासों के बाद भी आए दिन दर्दनाक हादसों की तस्वीरें सामने आ रही हैं। वर्ष 2024 में जनवरी से नवम्बर माह के बीच लगभग 500 सड़क हादसे हुए हैं, इसमें 290 लोगों की मौत हुई है, 400 घायल हुए हैं। अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे में इसके पहले भी कई दर्दनाक हादसे हुए हैं, जिसमें कईयों की जानें गई हैं। इसके बाद भी दुर्घटना का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हादसे से बचाव व यातायात नियमों का पालन कराने के लिए सरगुजा पुलिस जहां एक ओर अभियान के तहत वाहन चालकों के विरूद्ध निरंतर कार्रवाई कर रही है, वहीं स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों, शिक्षकों के बीच सुरक्षित सफर के लिए यातायात नियमों का पाठ पढ़ा रही है। इन सबके बीच निर्धारित ब्लैक स्पॉट के अतिरिक्त सामान्य स्थलों पर भी वाहन चालक मौत का वरण कर रहे हैं।
चालू वर्ष में अब तक का सबसे बड़ा दुर्घटना बीते रविवार को उदयपुर थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक हादसे को माना जा रहा है, जिसमें रायपुर के चार कार सवार युवकों की मौके पर मौत हो गई थी, एक घायल का हायर सेंटर में उपचार चल रहा है। पांचों युवक सरगुजा के मैनपाट में घूमने के उद्देश्य से आ रहे थे। इसी दौरान अलसुबह ट्रक से हुई जोरदार टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए थे। ऐसे ही कई भीषण हादसे इस मार्ग में हो चुके हैं और कई घरों का चिराग बुझ गया है। ब्लैक स्पॉट से दूर स्थलों पर हादसों की लम्बी फेहरिश्त होने के बाद भी न तो वाहन चालकों की रफ्तार और लापरवाही पर लगाम नहीं लग पा रहा है। निरंतर दर्दनाक हादसों का होना जहां एक ओर पुलिस के लिए चैलेंज बनते जा रहा है, वहीं कार्रवाई की रफ्तार भी बढ़ी है। सरगुजा पुलिस वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में अपनी जिम्मेदारियों को तो पूरा करने में पीछे नहीं है, लेकिन वाहन चालकों के द्वारा बरती जाने वाली असावधानी का खामियाजा कभी-कभार ऐसे वाहन चालकों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन जाता है, जो यातायात नियमों का पालन करने से गुरेज नहीं करते हैं। हालिया घटनाओं को देखते हुए वाहन चालकों में सुरक्षित सफर की सोच विकसित हो, इसके लिए सख्त पहल की जरूरत सामान्यजन महसूस कर रहे हैं। अभी भी ऐसे वाहन चालक शहर में फर्राटा मारते नजर आते हैं, जो अपने लिए न सही पर औरों के जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। शहर से निकलने वाले वाह्य मार्गों में अकसर ऐसे नमूने देखने को मिल जाएंगे, जो स्टाइलिस्ट वाहनों में हवाई रफ्तार में दौड़ लगाने से बाज नहीं आते हैं।
सरगुजा जिले में 5 ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित
फोटो-अमोलक सिंह ढिल्लो
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि सरगुजा जिले में 5 ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित किए गए हैं, जहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। ब्लैक स्पॉट में कोतवाली थाना क्षेत्र का परसा थाना, लुचकी घाट, मणिपुर थाना क्षेत्र का मेण्ड्राकला और सेमरघाट, बतौली थाना क्षेत्र का कुनकुरीकला शामिल है। इन स्थलों का निरीक्षण नेशनल हाइवे, लोक निर्माण विभाग के ई व परिवहन अमले के साथ पुलिस कर चुकी है। मौके पर पहुंच कर रघुनाथपुर, सीतापुर क्षेत्र में होने वाली दुर्घटनाजन्य परिस्थितियों का विश्लेषण करने के बाद सामने आई तकनीकि कमियों को दूर भी करवाया गया है। इसके साथ ही ऐसे स्पॉट, खतरनाक मोड़ पर लोगों को सावधान करने के लिए रेडियम पट्टी लगवाने की पहल की जानी है। उन्होंने कहा वर्तमान में जितनी भी दुर्घटनाएं सामने आई हैं, उन क्षेत्रों का भ्रमण करके कमियों को जानने का प्रयास किया जाएगा। उदयपुर क्षेत्र में जिस प्रकार की वीभत्स घटना सामने आई हैं, उसे देखने के बाद विशेषकर उदयपुर-डांडगांव, सीतापुर, मैनपाट इलाके के ऐसे क्षेत्र को चिन्हांकित जाएगा, जहां सर्वाधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं। एएसपी ने कहा कि सर्वाधिक दुर्घटनाओं का कारण नशे में वाहन का चालन करना है। वहीं युवाओं को हाई स्पीड में वाहन चलाने से बचना चाहिए, ताकि विषम परिस्थितियों में वे बचाव का रास्ता निकाल सकें। कभी-कभी दुर्घटनाएं नशे में वाहन चलाने के कारण नहीं बल्कि स्वयं की जल्दबाजी के कारण होती है।
ऐसे हो रही ई-चालानी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल के निर्देशन में ओवर स्पीड व शराब के नशे में वाहन चलाने वालों का पता लगाने के लिए पुलिस इंटरसेप्टर वाहन का उपयोग कर रही है। विशेषकर हाइवे में भ्रमण करके इस वाहन में मौजूद तकनीकि उपकरणों के माध्यम से ऐसे वाहन चालकों के विरूद्ध ई-चालानी कार्रवाई की जा रही है जो यातायात के नियमों की परवाह न करते हुए ओवर स्पीड या शराब के नशे में लापरवाही पूर्वक वाहन चालन करके औरों के लिए खतरे का कारक बन सकते हैं। ऐसे कई वाहन चालकों पर पुलिस चालानी कार्रवाई कर चुकी है। सड़क हादसों पर रोक लगे, इसके लिए सावधानी पूर्वक वाहन चलाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।