उदयपुर महिला एवं बाल विकास में आंबा कार्यकर्ता-सहायिका की भर्ती में लेनदेन करने वालों का 
उदयपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती के आड़ में महिला एवं बाल विकास विभाग उदयपुर के प्रमुख अधिकारी द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए लेनदेन की सुर्खियां खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। वीडियो के बाद लेनदेन संबंधी बातों का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें अभ्यर्थी से हो रही बातचीत से स्पष्ट हो रहा है कि परियोजना अधिकारी को भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता व सही अभ्यर्थी की भर्ती से नहीं बल्कि उत्कोच की रकम से कुछ ज्यादा ही लगाव है। ऐसे में पात्र अभ्यर्थियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती में कितना स्थान मिल पाया होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि बीते कुछ माह पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भर्ती में खुलकर भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें परियोजना अधिकारी उदयपुर और एक अभ्यर्थी की बातचीत हो रही है, जिसमें अभ्यर्थी के द्वारा परियोजना अधिकारी को फोन लगाकर यह पूछा जा रहा है कि मेरा लिस्ट में नाम क्यों नहीं आया। भ्रष्ट परियोजना अधिकारी बोल रही है कि आपको तो बुलाई थी, दोबारा आए नहीं। वे यह भी कह रही हैं कि फोन करके बताई थी कि आपका लास्ट वरीयता सूची में नाम आ रहा है, दुबारा नहीं आई तो आपका कागज हटा के दूसरे का कर दिए। आखिर क्यों किया गया ऐसा, बातचीत के अंश में परियोजना अधिकारी यह कह रही हैं कि दोबारा नहीं मिलने के कारण दूसरे अभ्यर्थी का नाम सूची में निकाल दिया गया। ऑडियो में बातचीत कर रहे अभ्यर्थी का लास्ट वरीयता सूची से नाम हटा दिया गया है, इस वजह से वे अभी कुछ नहीं कर सकती हैं। बता दें कि दो दिवस पूर्व भी परियोजना अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे 25 हजार रुपये एक झोला में सहेजते दिखाई दे रही हैं और यह कह रही हंै कि यदि काम नहीं होगा, तो बाइज्जत पैसा वापस कर दिया जाएगा। बहरहाल भ्रष्टाचार की इस पराकाष्ठा को नजरअंदाज करने वाले अधिकारी ऐसे मामले को किस हद तक संज्ञान में लेंगे, यह जानना शेष है।

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