मामला महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी से जुड़ा
उदयपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भर्ती के मामले में स्थानीय महिला एवं बाल विकास विभाग सुर्खियों में है। भर्ती प्रक्रिया में जहां एक ओर पात्र अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं करने का आरोप लग ही रहा है, वहीं एक वीडियो वायरल सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें परियोजना अधिकारी काफी मोल-भाव के बाद झोले में रखे रिश्वत की रकम को स्वीकार करते नजर आ रही हैं, साथ ही यह भी कह रही हैं कि काम नहीं होने पर रुपये वे वापस कर देंगी।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो बीते कुछ महीने पहले उस समय का है, जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका भर्ती हेतु आवेदन के पश्चात अभ्यर्थियों को परियोजना अधिकारी द्वारा बुलाकर पैसों में तौला जा रहा था। वायरल वीडियो में डिमांड की गई राशि देने में असमर्थता जताते हुए मोल-भाव किया जा रहा है और नियुक्ति कर देने का आग्रह अभ्यर्थी के स्वजन करते हुए दिख रहे हैं। इधर परियोजना अधिकारी द्वारा अभ्यर्थी के स्वजन से कम से कम 30 देने कह रही हैं, यह भी कह रही हैं कि 30 से कम किसी भी अभ्यर्थी से नहीं लिया गया है। अभ्यर्थी के पिता हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं कि आपके ही बाल बच्चे, काम बना देने की बात कहते हुए अंत में 25000 में सौदा पक्का हुआ और अभ्यर्थी के पिता अपनी जगह से हटकर अधिकारी के पास जाकर बैठ जाते हैं और रिश्वत की रकम एक झोले से निकालकर परियोजना अधिकारी के झोला में चुपचार डाल देता है। परियोजना अधिकारी फिर भी बात पक्का नहीं करती हैं और अभ्यर्थी के पिता को कहती है कि बाइ चांस काम नहीं हो पाया तो बाइज्जत पैसा लौटा दिया जाएगा।

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