विभिन्न मांगों को लेकर आजाद सेवा संघ ने राज्यपाल के नाम कुलपति को सौंपा ज्ञापन
अंबिकापुर। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा 17 लाख 30 हजार उत्तर पुस्तिकाओं के क्रय एवं स्टॉक में गड़बड़ी का पर्दाफास आजाद सेवा संघ ने सूचना का अधिकार के तहत प्राप्त उत्तर पुस्तिकाओं की खरीदी और स्टॉक की जानकारी मिलने के बाद किया है। संघ ने छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ पर भी सवाल उठाए हैं और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के नाम का कुलपति को ज्ञापन सौंपा है।
संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत उत्तर पुस्तिकाओं की खरीदी और स्टॉक का विवरण मांगने पर कई अनियमितताएं सामने आई हैं। 12 अप्रैल 2022 को 5 लाख मुख्य उत्तर पुस्तिका और 17 लाख 30 हजार उत्तर पुस्तिकाएं मंगाई गई थी, इनका कोई स्टॉक रिकॉर्ड या प्रमाणित बिल उपलब्ध नहीं कराया गया। 2022 में परीक्षाएं ऑनलाइन हुई थी, फिर भी इतनी बड़ी मात्रा में उत्तर पुस्तिकाओं की खरीदी का औचित्य अस्पष्ट है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि 17 लाख 30 हजार उत्तर पुस्तिकाएं और पूरक उत्तर पुस्तिकाएं कहां उपयोग की गईं। दस्तावेजों से जाहिर होता है कि भारी मात्रा में उत्तर पुस्तिकाओं के नाम पर गबन किया गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गंभीर त्रुटियों का आरोप लगाते हुए कहा है कि हाल में हुई पूरक परीक्षा में बीए तृतीय वर्ष इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र 75 अंकों का था, जबकि दूसरा प्रश्नपत्र 100 अंकों का रहा। इससे छात्रों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। मार्च में बीकॉम तृतीय वर्ष की परीक्षा शुरू होने के 5 मिनट पहले अज्ञात कारणों से स्थगित कर दी गई। संघ की ओर से मांग की गई है कि सभी मुख्य और पूरक उत्तर पुस्तिकाओं का अलग-अलग ऑडिट कराया जाए। ऑडिट में सभी आवंटन, व्यय और संबंधित मदों की जांच की जाए ताकि गड़बड़ियों का खुलासा हो सके। संघ ने ध्यानाकर्षण कराया है कि नई शिक्षा नीति के तहत प्राइवेट छात्रों की कक्षाएं आयोजित की जानी हैं। सरगुजा संभाग में अभी भी इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। विश्वविद्यालय ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि कक्षाएं कब शुरू होंगी और उनकी पढ़ाई कैसे पूरी होगी। संघ ने जल्द से जल्द मांगों के परिप्रेक्ष्य में जांच नहीं होने पर उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। इस मौके पर छात्र मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता भी उपस्थित रहे।