बिश्रामपुर। साऊथ ईस्टर्न कोयला मजदूर कांग्रेस इंटक के केंद्रीय सचिव अमरजीत सिंह ने कथिथ केंद्रीय अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही पंजीयक रायपुर को पत्र प्रेषित करके मामले की जांच कराकर कार्यवाही की मांग की गई है। इंटक के केंद्रीय सचिव अमरजीत सिंह ने आरोप लगाया है कि कथिथ केंद्रीय अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह पर संघ के पैसे का दुरुपयोग करने, तानाशाही रवैया अपनाने, चंदा का हिसाब मांगने पर यूनियन से निष्कासित करने और पैसा लेकर यूनियन में क्षेत्रीय पदाधिकारियों की नियुक्ति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि पूर्व में भी यदि आपका कोई पदाधिकारी आपसे कार्यप्रणाली एवं मनमाने तरीके से कार्य करने पर सवाल करता है तो उस पदाधिकारी को संगठन से बाहर करने का कार्य करते हैं और अपने ऊपर उठे सवाल का जवाब एवं निराकरण नहीं करते हैं। संपत शुक्ला को कम्पनी वेलफेयर सदस्य से हटाकर प्रितम पाठक को कम्पनी वेल्फेयर सदस्य बनाया गया है, विधि के विरूद्ध है और बिना जनरल कौंसिल के बैठक के लिया गया निर्णय है। बिना जनरल कौंसिल की बैठक किए रमेश चन्द्र मिश्रा एवं अब्दुल कलाम अंसारी को संगठन से हटाकर संगठन को क्षति पहुंचाने का कार्य किया गया है।पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि बाकी कार्यवाही बिना किसी से पूछे ही किया जाता है और यूनिट के चुनाव कराने की बात कही जाती है। श्रमिक संगठन के नियमों के तहत कोई भी सेवानिवृत्त सदस्य क्षेत्रीय एवं केन्द्रीय कमेटी में अध्यक्ष एवं सचिव नहीं बन सकता किंतु मनमाने तरीके से बिश्रामपुर क्षेत्र की कमेटी में श्याम प्रसाद घोषाल को क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। संगठन के खाते से जो संदीप चौधरी नामक व्यक्ति द्वारा राशि का आहरण किस अधिकार से किया गया है, यह समझ से परे है। केंद्रीय सचिव अमरजीत सिंह ने अपने पत्र में पंजीयक व्यवसायिक संघ इंद्रावती भवन रायपुर को प्रतिलिपि प्रेषित करते हुए गोपाल नारायण सिंह पर संघ के चंदे के गबन और संघ के संविधान के विरुद्ध कार्य करने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग की गई है। आरोप यह भी लगाया गया है कि कुसमुंडा क्षेत्र कोरबा में जनरल कौंसिल सदस्यों की बैठक में गोपाल नारायण सिंह को केंद्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर सम्पत शुक्ला को केंद्रीय अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से चुना गया है। साथ ही गोपाल नारायण सिंह को अब एसईकेएमसी इंटक के सभी पद से हटाकर उन्हें इंटक की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किए जाने की भी बात कही गई है।