अंबिकापुर। युवा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष शुभम जायसवाल के नेतृत्व में सरगुजा में बदहाल हो रही स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मुख्य स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। हाल में नावानगर स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनुपस्थिति में एक महिला का खुले में प्रसव हुआ था। इसके पूर्व 22 फरवरी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भी ऐसी ही घटना हुई, जबकि एमसीएच भवन के प्रथम तल पर प्रसव पीड़ा से तडप रही एक ग्रामीण महिला ने सोनोग्राफी के लिए लंबे इंतजार के दौरान खुले बालकनी में एक मृत शिशु को जन्म दिया। स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही से लगातार ऐसे असुरक्षित प्रसव के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के पुरुष शल्य विभाग में विद्युत शार्ट-सर्किट के कारण आगजनी की गंभीर घटना हुई। रिजेंट केमिकल के अभाव में अंबिकापुर का हमर लैब ठप पड़ा हुआ है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा अंबिकापुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हमर क्लिनिक में अनिवार्य दवाइयों का स्टॉक समाप्त हो गया है। अंबिकापुर शहर में 16 हमर क्लिनिक खोलने का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से अधिकांश क्लिनिक पूर्ववर्ती सरकार ने स्थापित कर दिए थे। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के आने के पश्चात लक्ष्य अनुरुप शहर में एक भी हमर क्लिनिक स्थापित नहीं हुआ है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पेयजल सप्लाई की स्थिति दयनीय है। सफाई और सुरक्षा का ठेका होने के बावजूद संबंधित ठेकेदार को कार्य सुपुर्द नहीं होने के कारण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सफाई एवं सुरक्षा की हालत बदतर है। नई सरकार के आने के महज 6 माह के भीतर समुचित प्रबंधन, नियंत्रण के अभाव में स्वास्थ्य अमला मनमाना कार्य कर रहा है, जिससे आमजन स्वास्थ्य एवं जीवन पर अभूतपूर्व संकट उत्पन्न हो गया है। युवा कांग्रेस ने ज्ञापन देने के साथ ही कहा है कि सरकार बदलने के बाद बदहाल हुई स्वास्थ्य व्यवस्था को अगर पटरी पर नहीं लाया गया तो युवा कांग्रेस आंदोलन के लिए विवश होगी। ज्ञापन देते समय अमित सिंह, दिनेश शर्मा, मिथुन सिंह, राहुल सोनी, अनिकेत गुप्ता, मनीष साहू, सालिक अंसारी, राहुल, आयुष पांडे, पीयूष सोनी, अनुग्रह बघेल, आर्यन गुप्ता, अंकुश साहू, अतुल, आशु, प्रिंस, राजा, श्रेयांश, सत्येंद्र उपस्थित थे।