बिश्रामपुर। एसईसीएल बिश्रामपुर के गायत्री खदान से दिनदहाड़े हो रही कोयला चोरी का समाचार प्रकाशन के बाद एसईसीएल प्रबंधन की नींद टूटी है। जिसके बाद आज दूसरे दिवस महाप्रबंधक अजय तिवारी के निर्देश पर एसईसीएल बिश्रामपुर के क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी अमरेंद्र नारायण ने त्रिपुरा बटालियन के हथियार बंद जवानों व विभागीय सुरक्षा कर्मियों के साथ सुबह गायत्री व रेहर खदान पहुंचकर आसपास इलाके में सर्चिंग कराया। जिसके बाद बड़ी मात्रा में कोयला ले जा रहे कोयला चोर बंदूक धारी जवानों को देखकर जहां तहां भागने लगे। इस दौरान खदान के बाहर सैकड़ों बोरी कोयला जवानों ने बरामद कर खदान के पे लोडर में लोदकर वापस कोल स्टॉक में रखवाया है। इस दौरान जवानों ने कोयला चोरी में प्रयुक्त दो बाइक भी लावारिश हालत में बरामद किया है, जिसे मानी सरपंच के सुपुर्द किया गया है। इस दौरान कंपनी के सुरक्षा अमले ने मानी, गेतरा के सरपंच व जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर कोयला चोरी से प्रबंधन व राष्ट्र को होने वाली नुकसान से अवगत कराया और कोयला चोरी रोकने में मदद मांगी है। ज्ञात हो कि सूरजपुर कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता के कारण क्षेत्र के खदानों में कोयला व कबाड़ चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। पुलिस द्वारा इस ओर आंख मूंदे रहने से चोरों के हौसले बुलंद हैं और चोर रोजाना बड़ी मात्रा में कोयला चुराकर कंपनी को चोट पहुंचा रहे हैं। पुलिस के अलावा खदान प्रबंधन का रवैया भी कोयला चोरी को लेकर आश्चर्यजनक है। आरोप यह भी है कि प्रबंधन के अधिकारी कोयला चोरी रोकने जानबूझकर प्रयास नहीं कर रहे हैं।चोरी के बहाने वे कोयला का स्टॉक मेंटेन रखते हैं। ज्ञात हो कि 26 सितंबर को ही छत्तीसगढ़ फ्रंटलाइन द्वारा गायत्री भूमिगत खदान से दिन दहाड़े ले जा रहे कोयला, रोड़ सेल में ही व्यस्त है प्रबंधन नामक शीर्षक की खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किए जाने के बाद एसईसीएल प्रबंधन अब हरकत में आई है।