बिश्रामपुर। एसईसीएल कंपनी आवास को विधि विरुद्ध तरीके से लंबे समय से ताला बंदकर अपने कब्जे में रखने वाले केरता सहकारी शक्कर कारखाना के सीईओ नीलांबर वर्मन को कंपनी प्रबंधन ने नोटिस भेजकर क्वार्टर को खाली कर कंपनी प्रबंधन को सौंपने निर्देश दिया है। ऐसा नई करने पर प्रबंधन द्वारा बल पूर्वक क्वार्टर को कब्जे में लेने और उसमे पड़े सामानों को पंचनामा बनाकर जब्त करने की चेतावनी दी गई है। इस आशय की नोटिस अधिकारी को उनके पते पर भेजने के साथ उनके कब्जे की क्वार्टर वन सी 94 के बाहर चस्पा की गई है। गौरतलब है कि प्रतापपुर केरता स्थित मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना के सीईओ नीलांबर बर्मन एसईसीएल बिश्रामपुर के वनसी कॉलोनी के 94 नंबर क्वार्टर को लंबे समय से अवैध रूप से कब्जा करके उसमे ताला बंद कर रखा है। इधर कंपनी में तबादला के बाद दूसरे क्षेत्र से आए अधिकारियों को कंपनी आवास उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी ने नीलांबर बर्मन के नाम दूसरी व अंतिम नोटिस जारी कर उल्लेख किया है कि पूर्व में भी पत्र के माध्यम से सात दिनों के भीतर आवास खाली करने निर्देशित कर क्वार्टर में ताला बंद की स्थिति में क्वार्टर के बाहर नोटिस चस्पा किया गया था। बावजूद इसके क्वार्टर खाली नहीं किया गया है।अब अंतिम अवसर प्रदान करते हुए सात दिनों का समय दिया गया है। क्वार्टर को खाली कर प्रबंधन को सौपने निर्धारित समयावधी में क्वार्टर खाली नहीं करने पर आवास को बल पूर्वक खाली कराकर सामानों का पंचनामा तैयार कर सामान जब्त किए जाने की बात प्रबंधन द्वारा कही गई है। क्षति होने वाले सामानों की जवाबदारी स्वयं की होगी। ज्ञात हो कि बिश्रामपुर क्षेत्र में करीब 2300 एसईसीएल प्रबंधन के आवास हैं, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस सहित सरकारी अधिकारी कर्मचारी सहित बाहरी लोगों ने गैर कानूनी तरीके से कब्जा किया हुआ है। अवैध कब्जे से परेशान प्रबंधन नए सिरे से अवैध रूप से कब्जे के सभी क्वार्टर का सर्वे करा रही है। प्रबंधन के हवाले से बताया गया है कि ऐसे कई अधिकारी कर्मचारी हैं जो शासन से हाउस रेंट प्राप्त कर रहे हैं और कंपनी का क्वार्टर भी कब्जा किया हुआ है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विभाग प्रमुख को अवगत कराकर उनसे पैनल रेंट के वसूली की कार्यवाही की जाएगी, जिसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।