उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। फिरोजाबाद में एक शव का अंतिम संस्कार करने के लिए शमशान घाट लाया गया था। शव को चिता पर भी लिटा दिया गया। तभी एक खबर आई कि मृतक का बीमा है। इसके बाद परिजन उसे चिता से उतार कर पोस्टमार्टम हाउस लेकर चले गए। बीमा क्लेम के लिए पोस्टमार्टम जरूरी होता है।
करंट लगने से हुई मौत
फिरोजाबाद के दम्मामल नगर निवासी हरेंद्र कुमार बिजली का काम करते थे। उन्हें करंट लग गया और उसके बाद वह जमीन पर गिर गए। परिवार वालों के अनुसार जमीन पर गिरने के कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई। इसके बाद पड़ोसी और रिश्तेदार इकट्ठा हुए और अंतिम संस्कार के लिए तैयारी शुरू हुई। शव को लेकर परिजन शमशान घाट पहुंचे और पूरी तैयारी हो गई थी। बस मुखाग्नि देने वाले ही थे।
अचानक याद आई बीमा की बात
इसी दौरान परिवार के एक सदस्य को याद आता है कि हरेंद्र का बीमा है और क्लेम के लिए पोस्टमार्टम होना जरूरी है। इसके बाद पुलिस को मौके पर बुलाया गया और पूरा मामला बताया गया। फिर पुलिस की मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम हाउस लेकर जाया गया, जहां पर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को फिर से शमशान घाट लाया गया। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
फिरोजाबाद का यह मामला सुर्खियों में छाया हुआ है। हालांकि हरेंद्र के घर पर चीख पुकार मची हुई है, क्योंकि वह अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। उनकी उम्र 55 साल थी।