एसी, कंप्यूटर व कई इलेक्ट्रानिक उपकरण भी जले, पुलिस मौके पर पहुंचकर की जांच
अंबिकापुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नवापारा के स्थापना कक्ष में बीती रात संदेहास्पद स्थिति में अचानक आग लगने का मामला प्रकाश में आया है। आग लगने से कार्यालय की कई फाइलें जलकर खाक हो गई। आग लगी या लगाई गई, इसे लेकर कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर दमकल वाहनों के साथ फायरमैन पहुंचे। गांधीनगर थाना पुलिस सोमवार की सुबह भी मौके का निरीक्षण करने के लिए पहुंची थी। आग लगने से करीब एक लाख की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है। इधर दबे जुबां आग साजिश के तहत लगाने की बातें हो रही हैं। इसके पीछे कारण कुछ लोगों के द्वारा सूचना का अधिकार के तहत महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करना बताया जा रहा है। अस्पताल का सीसीटीव्ही भी एक सप्ताह पूर्व ही खराब होना कर्मचारी बता रहे हंै, जिसके सुधार की जरूरत महसूस नहीं की गई है।
जानकारी के मुताबिक शासकीय शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नवापारा के मुख्य भवन में प्रथम तल पर अस्पताल का कार्यालय सह स्थापना कक्ष संचालित होता है। छोटे से कक्ष में संचालित हो रहे कार्यालय में एसी, कंप्युटर के साथ ही प्रिंटर व अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरण लगे हैं। कार्यालय में अवकाश पूर्व कार्यदिवस पर काम समाप्त करने के बाद कर्मचारी चले गए थे। रविवार को अस्पताल में अवकाश था। रात करीब 9 बजे कार्यालय कक्ष से अचानक धुंआ उठते देखकर आसपास के लोगों ने अस्पताल के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी और होमगार्ड से संचालित फायर स्टेशन में फोन किया। सूचना पर रात 10 बजे अग्निशामक वाहन के साथ फायरमैन पहुंचे और आग बुझाना प्रारंभ किया गया। इसके पहले आग काफी फैल चुकी थी। फायरमैन इसके बाद भी तत्परता दिखाते हुए कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाने में सफल हुए। कार्यालय में टेबलों में रखी फाइलें लगभग पूरी तरह से जल गई थी, अलमारी में रखी फाइलें सुरक्षित थी। बताया जा रहा है कि टेबल में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजी फाइलें रखी थी। कुछ जरूरी फाइलों को आवश्यक काम के लिए आलमारी से निकाला गया था, बाद में इसेे टेबलों में ही छोड़ दिया गया था। आग लगने की इस घटना में कार्यालय का एसी, कंप्युटर, प्रिंटर व अन्य उपकरण, कुर्सी-टेबल जल गए हंै। परन्तु ज्यादा ध्यान आग में जली हुई फाईलों को लेकर है जिसके जल जाने को लेकर अस्पताल के ही कर्मचारियों के बीच कई प्रकार की बातें हो रही हैं। गांधीनगर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल व फारेंसिक अधिकारी टीम के साथ नवापारा अस्पताल पहुंचे। फारेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कूजूर ने मौके का बारीकी से पड़ताल किया और कर्मचारियों से पूछताछ की है। पुलिस मामले में कर्मचारियों का बयान दर्ज की है।

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