प्रदेश की सरकार के हाथ खून से रंगे हुए हैं-जरिता लैथफलांग
अंबिकापुर। प्रदेश में बदहाल हो चुकी कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर छत्तीसगढ़ बंद के तारतम्य में अंबिकापुर सहित संपूर्ण सरगुजा बंद सफल रहा। बंद को सफल बनाने शनिवार को प्रात: 10 बजे जिला कांग्रेस के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ की सहप्रभारी जरिता लैथफलांग के नेतृत्व में कोठीघर से जिला कांग्रेस कार्यालय तक रैली के रूप में गए।
कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि शहर के व्यवसायी समूहों के स्वस्फूर्त समर्थन के कारण प्रदेश कांग्रेस द्वारा आहूत बंद की समयावधि प्रात: 09 बजे से दोपहर 03 बजे तक की थी, जो पूर्णत: सफल रहा। जिला कांग्रेस कमेटी ने एक दिन पूर्व ही शहर के सभी व्यवसायी समूहों को पत्र प्रेषित कर समर्थन मांगा था। बंद के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश कांग्रेस की सहप्रभारी जरिता लैथफलांग ने कहा कि प्रदेश की सरकार के हाथ खून से रंगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जो गृहमंत्री अपने गृह जिले की कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकता वो प्रदेश की कानून व्यवस्था क्या संभालेगा। जिला कांग्रेस कमेटी, सरगुजा के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बंद को सफल बनाने के लिए व्यवसायी बंधुओं को सहृदय धन्यवाद दिया और कहा कि प्रदेश की सत्ता अनुभवहीन और अकुशल लोगों के हाथ में पड़ गई है, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरगुजा संभाग में हाल में घटित आपराधिक घटनाओं का जि़क्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभी ये अनुभवहीन सरकार 4 साल और रहेगी, तब तक प्रदेश की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे रहने वाली है। बंद को सफल बनाने में बालकृष्ण पाठक, डॉ. जेपी श्रीवास्तव, मधु सिंह, द्वितेन्द्र मिश्रा, राकेश गुप्ता, हेमंत सिन्हा, फुलेरिया भगत, रामविनय सिंह, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, हेमंत तिवारी, संजय विश्वकर्मा, दुर्गेश गुप्ता, अब्दुल अब्बास, विकल झा, गुरुप्रीत सिंधु, गीता प्रजापति, गीता श्रीवास्तव, पूर्णिमा सिंह, गीता रजक, नीतीश चौरसिया, रजनीश सिंह, विकास केशरी, हिमांशु जायसवाल, विष्णुदेव सिंह, कलीम अंसारी, काजु खान, मो. बाबर इदरिशी, अविनाश कुमार, फैसल सिद्दीकी, परवेज आलम गांधी, आशीष जायसवाल, तरनजीत बाबरा, प्रीति सिंह की सक्रिय भूमिका रही।

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