जनता ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओ को भी नकारा : रोहरा
रायपुर । भाजपा प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने छत्तीसगढ़ के 11 में से 10 संसदीय क्षेत्रों में भाजपा को मिली शानदार जीत के प्रदेश की जनता का आभार मानते हुए कांग्रेस की राजनीतिक दुर्दशा पर तीखा कटाक्ष किया है। रोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी ने दो, प्रियंका वाड्रा ने तीन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक सभा की जो पूरी तरह फ्लॉप शो साबित हुईं।
रोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी बजाय आत्ममंथन करने के अपनी तथाकथित जीत का झूठा प्रचार करके मुंगेरीलाल का चरित्र प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को यह अच्छी तरह याद रखना चाहिए कि देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर अपना अडिग विश्वास व्यक्त कर भाजपा और भाजपानीत राजग को सरकार बनाने के लिए जनादेश दिया है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक दुर्गति की यह पटकथा खुद अपने राजनीतिक आचरण की कलम से लिखी है। जिस कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का सम्मान तक नहीं किया गया, उनके साथ जरखरीद गुलामों की तरह बर्ताव किया गया, उस कांग्रेस की छत्तीसगढ़ में यह दुर्दशा तो नियति ने ही तय कर दी थी। रोहरा ने कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह की पराकाष्ठा से क्षुब्ध वरिष्ठ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को अलविदा कहा, लेकिन कांग्रेस का केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व इस ओर से आँखें मूंदे बैठा रहा। कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में मन की बात रखने वाले कार्यकर्ताओं को स्लीपर सेल बताने तक का अहंकार प्रदर्शित किया गया। महिला नेत्रियों ने भी चुनाव के दौरान कांग्रेस के रवैए से व्यथित होकर जिस भारी संख्या में कांग्रेस से अपना नाता तोड़ा, उससे भी कांग्रेस संगठनात्मक धरातल पर कंगाल हो गई।
भाजपा प्रदेश महामंत्री ने कहा कि जिस कांग्रेस को लोकसभा में अपने दम पर 100 सीटों तक के लाले आखिरी दम तक पड़े हुए थे, उस कांग्रेस के लोगों को आखिर जीत की झूठी खुशफहमी पर शर्म क्यों महसूस नहीं हो रही है? कांग्रेस का पूरा ठगबंधन इंडी अलायंस ले-देकर जितनी सीटें जुटा पाया है, उससे ज्यादा सीटें तो भाजपा ने अकेले अपने दम पर जनता के आशीर्वाद से जीती हैं और भाजपानीत गठबंधन केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहा है। कांग्रेस की सत्ता-पिपासा जनादेश का अपमान करने से भी बाज नहीं आ रही है, यह शर्मनाक है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेता सत्ता के हसीन सपनों में गोता लगाने के बजाय पहले इस बात को साफ करें कि प्रदेश में कांग्रेस की इस दुर्गति के लिए किसके सिर पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी है? अपनों-अपनों को रेवड़ियों की तरह टिकट दिलाकर कांग्रेस को रसातल में पहुँचाने वालों की पहचान करके उनकी जिम्मेदारी तय करने के बजाय कांग्रेस के लोग बगलें बजाने में मशगूल हैं।