अंबिकापुर। सरगुजा जिले के मैनपाट विकासखंड अंतर्गत ग्राम पेंट के बहलापारा में संचालित प्राथमिक शाला में आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरूवार को ताला जड़ दिया। आंगनबाड़ी केंद्र के जर्जर भवन में संचालित प्राथमिक शाला में बारिश के दौरान सीपेज सहित दीवारों में दरार पड़ जाने से ग्रामीण आक्रोशित हैं और बच्चों व शिक्षकों को बाहर निकाल उन्होंने ताला लगा दिया। स्कूल के शिक्षक और बच्चे अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे थे।
मैनपाट विकासखंड के ग्राम पेंट के बहलापारा में संचालित प्राथमिक शाला भवन को जर्जर होने की वजह से पिछले वर्ष मई 2023 में डिस्मेंटल कर दिया गया था। जर्जर स्कूल भवन डिस्मेंटल करने के बाद शिक्षा विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर आंगनबाड़ी भवन में प्राथमिक शाला का संचालन करने का निर्देश दिया। यहां प्राथमिक शाला में 31 बच्चे अध्ययनरत हैं, साथ ही 32 बच्चों के साथ बालबाड़ी का संचालन भी किया जाता है। शाला में 3 शिक्षक पदस्थ हैं। बच्चों की अधिक संख्या की वजह से शिक्षकों को आंगनबाड़ी केंद्र भवन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में लगातर हो रही बारिश की वजह से आंगनबाड़ी केंद्र में सीपेज होने लगा और पुराना भवन होने की वजह से जगह-जगह दरारें भी पडऩे लगी। इसके बाद नाराज ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी भवन में संचालित प्राथमिक शाला के शिक्षकों व बच्चों को बाहर निकाल कर ताला लगा दिया। सूचना पर मौके पर पहुंचे बीआरसी बलवीर गिरी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी, तब कहीं जाकर भवन का ताला खोला गया।
विधायक सिर्फ सुन रहे समस्या, अब तक कोई पहल नहीं
मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत 24 लाख रुपये से प्राथमिक शाला बहलापारा का नया भवन बनाने का आदेश पिछले वर्ष हुआ था, लेकिन सीतापुर के ठेकेदार ने पेटी कांट्रेक्ट पर स्कूल भवन निर्माण को दे दिया। इसके बाद आड़ा-तिरछा पिलर खड़ा करके पेटी कॉन्ट्रेक्टर भी नदारद हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के विधायक रामकुमार टोप्पो का इस संबंध में कई बार ध्यान दिलाया गया है लेकिन वे भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे मेें बच्चे जर्जर भवन में पढऩे विवश हैं।
भवन निर्माण के लिए पैसे की कमी नहीं-डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक शाला बहलापारा में ताला जड़ देने की जानकारी मिली है। नए भवन का निर्माण आरईएस विभाग द्वारा किया जा रहा है। किन कारणों से काम रुका है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। भवन निर्माण के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है, उसकी स्वीकृति की जा चुकी है अगले सप्ताह से काम शुरू होने की बात आरईएस विभाग ने कही है।