कोरियाई सभ्यता और संस्कृति को जानने में मिलेगी मदद
अंबिकापुर। श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय और दक्षिण कोरिया के अशेज विश्वविद्यालय के बीच एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिम) हुआ है। इससे महाविद्यालय के विद्यार्थियों को साउथ कोरिया की सभ्यता और संस्कृति को जानने में मदद मिलेगी। दोनों संस्थान एक-दूसरे को शैक्षिक धरातल पर सहभागी बनेंगे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभागार में रिड्यूस्ड द क्राइम सेव द अर्थ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार हुआ, जिसमें दक्षिण कोरिया की टीम में इन हे चोई, सियोंग जांग, रिंचोन किम, कांगमिन को, हियोन किम, येयोन गॉन तथा दिल्ली और रायपुर से सोनिया केरकेट्टा, एंजी सिंह, सोनम टोप्पो, अल्मा तिर्की, अमीना लकरा, अंजलि तिर्की, प्रियांशु इमिलिया ने पॉवर प्वाइंट के माध्यम से शोध पत्र प्रस्तुत किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि दुनिया के विकसित और विकासशील देशों में अपराध में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मानव को सुखी जीवन प्रदान करने के लिए अपराध को रोकना ही होगा। मनुष्य जितना अपराध से दूर होगा और उसका परिवेश उतना ही शांतिपूर्ण होगा। पृथ्वी पर हमें जल-जंगल और जमीन को बचाने के लिए सर्वप्रथम जीरो अपराध की नीति पर चलना होगा। कोरियाई टीम के सदस्यों ने कोरिआई गीत प्रस्तुत कर प्राध्यापकों और विद्यार्थियों का मन मोह लिया। कोरियाई विशेषज्ञों ने कोरिया की सभ्यता, जीवन दर्शन और संस्कृति से अवगत कराया। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव और अतिथियों ने प्रतिभागियों को सेमिनार का प्रमाण पत्र वितरित किया। इस दौरान कोरियाई टीम के सदस्यों ने विद्यार्थियों को उपहार भी प्रदान किए। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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