19 वर्षों से संत समाज के तत्वाधान में आयोजित हो रही कांवर यात्रा
उदयपुर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सनातन धर्म संत समाज, संत गहिरा गुरु आश्रम के उपासक उदयपुर विकासखंड के रामगढ़ में स्थित प्रसिद्ध स्थल नान तुर्रा से जल भरकर बोल बम का उद्घोष करते कैलाश गुफा के लिए रवाना हो गए हैं। संत गहिरा गुरु के उपासकों में शामिल कांवर यात्री गुरुवार की रात को ही रामगढ़ के सीता बेंगरा में पड़ाव डाल चुके थे। क्षेत्रीय समिति के द्वारा इन लोगों के रात्रि विश्राम एवं भोजन की व्यवस्था की गई थी। शुक्रवार को सुबह 05 बजे से ही घोघरा बांध में स्नान करके जंगल के पथरीले रास्तों से दो किलोमीटर पैदल चलकर कांवरिए संत गहिरा गुरु के साधना स्थल नान तुर्रा पहुंचे।
इस स्थल पर पहाड़ों के बीच से जल की धारा अनवरत बहते रहती है। जलधारा कहां से बह रही है, इसका अनुमान आज तक कोई नहीं लगा पाया है। इसे स्थानीय लोग नान तुर्रा कहते हैं। यहां से कांवरिए जल भरकर पैदल 110 किलोमीटर दूर कैलाश गुफा के लिए ऊं नम: शिवाय का जप और बोल बम, हर-हर महादेव उद्धोष करते रवाना हुए। इस कांवर यात्रा में कुल 500 कांवर यात्री शामिल हुए हैं, इनमें महिला-पुरुष शामिल हैं। तीन दिनों के सफर के बाद इनके द्वारा सोमवार को कैलाश गुफा पहुंचकर जलाभिषेक किया जाएगा। सामूहिक जत्था के साथ निकले कांवर यात्रियों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा था। कांवर यात्रा के दौरान पुलिस विभाग से उप निरीक्षक संपत पोटाई, सहायक उप निरीक्षक दिलीप दुबे कांवरियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इस पर नजर रखने के लिए दल-बल के साथ तैनात रहे। अग्रवाल सभा उदयपुर के द्वारा जनपद के सामुदायिक भवन उदयपुर में सुबह 8 बजे से इनके लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी, जिसमें स्थानीय लोग भी शामिल हुए। इसके बाद कांवर यात्रा सुबह लगभग 11 बजे अगले पड़ाव के लिए रवाना हो