श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम संपन्न
अंबिकापुर। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों… दुष्यंत कुमार की इन पंक्तियों से श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि पूर्व डीआईजी पुलिस जयंत थोरात ने नव प्रवेशी विद्यार्थियों को प्रेरित किया। पूर्व डीआईजी ने कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए अनुशासित होना होगा। बड़ों का सम्मान कीजिए, उनके आशीर्वाद हमेशा प्रेरक होंगे। उन्होंने जीवन के लिए लक्ष्य को बड़ा रखने का विद्यार्थियों से आह्वान किया। आप देश के भविष्य हैं। उन्होंने अभिभावकों से मुखातिब होते हुए कहा अपने बच्चों को प्यार अवश्य दें लेकिन नियंत्रण भी रखें। परिवार ही पहली पाठशाला है। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत किया। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साईं नाथ की तस्वीर पर माल्यापर्ण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम को शुभारंभ किया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आरएन शर्मा ने कहा कि आपने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान कायम करने वाली संस्था में प्रवेश लिया है। यह सिर्फ शैक्षणिक संस्था नहीं है बल्कि एक परिवार है, जो संस्कार के साथ व्यक्तित्व विकास करता है। कॉलेज के विद्यार्थियों ने अपने शैक्षिक प्रदर्शन से महाविद्यालय ही नहीं सरगुजा का नाम रोशन किया है। उन्होंने विद्यार्थियों के पठन-पाठन की जानकारी देते हुए शैक्षिक संसाधनों से अवगत कराया। शाशी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले ने कहा कि हमारा लक्ष्य अभिभावकों के सहयोग से ही पूूर्ण होगा। अनुशासन और संस्कार के साथ बच्चों को समाज के लिए एक बेहतरीन नागरिक तैयार करना है। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि आप बच्चों के हित में हमेशा तैयार रहें और महाविद्यालय परिवार को बताएं। उन्होंने अभिभावकों से वादा किया कि आपने बच्चों को सौंपा है, उसे बेहतरीन बनाएंगे। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा महाविद्यालय में 42 पाठ्यक्रम के साथ 12 विषयों में शोध केन्द्र संचालित हैं। नव प्रवेशी को उच्च शिक्षा के सभी पेशेवर पाठ्यक्रम मिलेंगे। यहां शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं, जिसके लिए क्लब, सोसायटी का गठन किया गया है। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सेमिनार, वर्कशाप आयोजित होते हैं। इस सत्र के साथ ही सेमेस्टर पाठ्यक्रम लागू हो रहा है, जिससे आप सभी को आनर्स की उपाधि प्राप्त होगी। अपने चयनित विषयों के साथ दूसरे विषय भी पढ़ने को मिलेंगे, जो आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाएंंगे। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि आपके सहयोग और विद्यार्थियों की पठनीयता से ज्ञान आधारित समाज बनाएंंगे। प्राचार्य ने विद्यार्थियों में आस्था का संचार करते हुए ये तो सच है कि भगवान है…गीत सुनाया। लाइफ साइंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने कहा कि महाविद्यालय अपने शैक्षिक गौरव और अनुशासन के लिए जाना जाता है। उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के पठन-पाठन के साथ-साथ पालकों का भी सहयोग चाहिए। पालकों की सचेतनता से हम विद्यार्थियों के अच्छे भविष्य का निर्माण करेंगे। फिजिकल साइंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और विद्यार्थी के समग्र विकास से अवगत कराया। उन्होंंने महाविद्यालय के शोधार्थी और उनके शोध पत्र के बारे में बताया। वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग के अध्यक्ष राकेश सेन विभाग ने पूर्व विद्यार्थियों की स्वर्णिम सफलता से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आप नियमित कक्षाओं में आएं और पढं़ेे, सफलता आपके कदम चूमेगी। कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने डिजिटल दुनिया के भविष्य से अवगत कराया। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि आप पढ़ाई करें। प्लेसमेंट के साथ सफलता हासिल होगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा विभाग के अध्यक्ष दिनेश शाक्या ने संचालित पाठ्यक्रमों के बारे में बताया। महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी यशा इंगोले चौधरी, साक्षी अग्रवाल, पल्लवी द्विवेदी, प्रियंका झारिया, सुमन मिंज नव प्रवेशियों के आकर्षण के केन्द्र रहे। कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों से सीधा संवाद हुआ। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी और पल्लवी द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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