अंबिकापुर। स्वास्थ्य विभाग और पीरामल फाउंडेशन सरगुजा द्वारा क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत 2025 तक क्षय रोग को खत्म करने हेतु बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उपस्थित लोगों को टीबी रोग के विषय में जानकारी दी गई।
पीरामल फाउंडेशन के राज्य प्रबंधक फैसल रजा खान ने क्षय रोग विभाग के जिला अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता व फाउंडेशन के दिग्विजय सिंह के सहयोग से टीबी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए जिले में आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला क्षय अधिकारी व विभाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक बनवासी यादव के द्वारा लगातार समुदाय स्तर पर लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरुक किया जा रहा है। क्षय रोग मुक्त पंचायतें हो इस कार्य में सभी का सहयोग जरूरी है। पीरामल फाउंडेशन की टीम जिले के सभी विकासखंडों में पीआरआई सदस्यों को टीबी उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने में लगी है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 2025 तक टीबी मुक्त पंचायत बनाना है। बीएमओ डॉ. अमोश किण्डो व बीपीएम की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग के एसटीएस इंद्रदेव सोनी ने टीबी के कारण और यह बिमारी कैसे फैलती है, इससे संबंधित पहलुओं से अवगत कराया। जिला कार्यक्रम समन्वयक सरस्वती विश्वकर्मा ने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम और टीबी मुक्त पंचायत के संदर्भ में कार्यक्रम की रूपरेखा और गांव स्तर पर सरपंचों को 1000 की जनसंख्या दर पर 3 प्रतिशत संभावित मरीजों की खोज कर जांच कराने, साथ ही निक्षय पोषण की जानकारी दी। सरस्वती ने बताया कि यह बीमारी हवा के माध्यम से एक-दूसरे में फैलती है। एक वर्ष में एक टीबी संक्रमित व्यक्ति के कारण 10 नए मरीज सामने आ सकते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में अन्य विभागों का भी भरपूर सहयोग रहा। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिवासी विभाग, जिला पंचायत, विहान, शिक्षा विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे।