छत्तीसगढ़ विजन@2047 तैयार करने संभाग स्तरीय संवाद में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री
रायपुर । उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ संभावनाओं का प्रदेश है। देश के किसी और राज्य में इतने संसाधन और क्षमता नहीं है। यदि सुव्यवस्थित योजना बनाकर काम करें, तो छत्तीसगढ़ देश का सिरमौर राज्य बन सकता है। उप मुख्यमंत्री साव ने सोमवार को बिलासपुर के स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में ‘छत्तीसगढ़ विजन@2047’ तैयार करने राज्य नीति आयोग द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय कार्यक्रम में ये बातें कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग ने की। कार्यशाला में बिलासपुर संभाग के युवाओं, किसानों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने ‘छत्तीसगढ़ विजन@2047’ के बारे में अपने विचार साझा किए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने संवाद कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के इतिहास में पहली बार योजना बनाने में आम लोगों से राय ली जा रही है। समाज के हर व्यक्ति को समाहित करते हुए हम योजना बनाएंगे। देश में पहली बार आपकी आकांक्षाओं और इच्छाओं का बिलासपुर और छत्तीसगढ़ बनाएंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के पास असीम संभावनाएं है। सभी को ध्यान में रखकर जब हम योजना बनाएंगे तो एक समन्वित और समावेशी विकास हो पाएगा। बिलासपुर को विश्व स्तरीय शहर बनाने की दिशा में हमारी सरकार ने काम करना शुरू किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में ‘अमृतकाल : छत्तीसगढ़ विजन@2047’ डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए राज्य के एक-एक व्यक्ति से सुझाव लिया जा रहा है।
बिल्हा के विधायक धरमलाल कौशिक ने कार्यक्रम में कहा कि हमारा भारत कैसा हो, छत्तीसगढ़ कैसा होना चाहिए, इसके लिए सभी से सुझाव लिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार आया है। 2014 के पहले हम विश्व में 11वें पायदान पर थे। आज हम पांचवे पायदान पर हैं। सभी के सुझावों से तैयार किया गया विजन डॉक्यूमेंट गौरवशाली होगा। बेलतरा के विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षो में भारत ने अभूतपूर्व तरक्की की है। छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन, वन संपदा और मानव संसाधन है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में ‘छत्तीसगढ़ विजन@2047’ डॉक्युमेंट तैयार किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्राप्त सुझावों का नीति आयोग द्वारा संकलन किया जाएगा। प्रदेश में पर्यटन, कृषि और सर्विस सेक्टर में असीम संभावनाएं है।
कमिश्नर डॉ. संजय अलंग ने संवाद कार्यक्रम में कहा कि संभाग स्तरीय इस कार्यशाला में आए विविध सुझावों को शामिल करते हुए प्रभावी विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। बिलासपुर संभाग के सभी जिलों से आए युवाओं, किसानों, महिलाओं, बुजुर्गों और प्रबुद्धजनों ने परिचर्चा में शामिल होकर विकसित छत्तीसगढ़ को लेकर अपने सुझाव दिए। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, जिला पंचायत के अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति ए.डी.एन. बाजपेयी, कलेक्टर अवनीश शरण, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार और राज्य नीति आयोग के सदस्य-सचिव अनूप श्रीवास्तव भी कार्यक्रम में मौजूद थे। संवाद कार्यक्रम में ड्रोन दीदी श्रीमती प्रतिमा वस्त्रकार, सीमा वर्मा, स्वसहायता समूह की श्रीमती शांति महंत, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सुदीपा जायसवाल तथा श्रीमती अंकिता पाण्डेय सहित विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए।