*सूरजपुर। राज्य में डायरिया की रोकथाम के लिए कार्यक्रम ’स्टॉप डायरिया कैंपेन 2024’ का आयोजन 31 अगस्त तक किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को जिले के विभिन्न स्कूलों एवं आगनबाड़ियो में विद्यार्थियों को हाथ धोने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन हर मंगलवार को सभी स्कूलों में किया जाना है। गौरतलब है कि स्वच्छ पेयजल न पीने, गंदे हाथों से खाना खाने और दूषित भोज्य पदार्थों से डायरिया होने की संभावना रहती है। इसलिए इस संबंध में जन जागरूकता बेहद आवश्यक है। डायरिया के रोकथाम, उसके शीघ्र ईलाज एवं उपचार से ही शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है।
0 स्कूली बच्चों ने सीखा हाथ धोने का तरीका
मंगलवार को शासकीय माध्यमिक शाला पतरापाली में हैंडवाश की ट्रेनिंग बच्चों को दी गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एस सिंह एवं खंड चिकित्सा अधिकारी डी के विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में उपस्वास्थ्य केंद्र पतरापाली के सीएचओ दीप्ति एवं लाल मुन्नी सिंह मितानिन प्रशिक्षिका ने स्कूल में हाथ धोने का प्रैक्टिस कराया। उन्होंने हाथ धोने के छह चरण से बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि खाना खाने से पहले, शौचालय जाने के बाद और छोटे बच्चों को लेने से पहले स्वास्थ्य हित में हाथ धोना आवश्यक है। उल्टी दस्त से बचने हेतु हाथों को अच्छी तरह से साबुन या हैंडवाश से अच्छी तरह से धोएं, ताकि खाना खाने के क्रम में आपके हाथों की गंदगी पेट में न जाए। कार्यक्रम में शिक्षक योगेश साहू ने कहा कि डायरिया दूषित पानी और गंदगी से होता है और स्वच्छता से ही डायरिया पर नियंत्रण लगाया जा सकता है। लोगों को साफ पानी ही उपयोग में लाने का आह्वान किया। डायरिया से बचाने के लिए घर के अलावा आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई रखने की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सीएचओ दीप्ति, मितानिन प्रशिक्षिका लालमुनी सिंह, मितानिन सरोज पटेल, अनिता ठाकुर, राजकुमारी सोनिया, संकुल प्राचार्य नवल सिंह, संकुल समन्वयक जीडी सिंह, शिक्षक महेंद्र पटेल, योगेश साहू, अनिता सिंह, सविता साहू, रघुनाथ जायसवाल, भृत्य सरिता सिंह सहित विद्यालय के बच्चे मौजूद थे।