अंबिकापुर। बलरामपुर जिला के शंकरगढ़ थाना अंतर्गत रुपये दोगुना करके देने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया है। ग्रामीणों ने बताया है कि आरोपी पूर्व में विश्वास अर्जित करने के लिए ली गई छोटी-छोटी रकम को दोगुना करके देने लगा। इसके बाद झांसे में आए लोग बड़ी रकम दोगुना करने के लिए देने लगे, इसके बदले में वह दोगुना राशि का बैंक का चेक देता था। ग्रामीणों को जब रुपये मिलना बंद हो गया, तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ और वे थाना पहुंचे।
जशपुर जिला के सन्ना थाना अंतर्गत ग्राम चम्पा निवासी सेवानिवृत शिक्षक मनियार साय भगत पिता स्व. मंदाराम 63 वर्ष ने पुलिस को बताया है कि माह नवम्बर 2021 में शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गम्हारडीह का मो. नुरूल सिद्दीकी पिता मोहम्मद कुतुबद्दीन उसके घर ग्राम चम्पा आया था, जिसका वर्तमान में घुटरापारा वार्ड नंबर 23, महामाया मंदिर के पास अंबिकापुर में ठिकाना है। वह अलग-अलग तरीके से 30 से 45 दिन में रकम दोगुना करके देने का प्लान बताते हुए उसे प्रलोभित करने लगा। उसकी बातों में आकर वह ग्राम डीपाडीह में रहने वाले अपने भतीजा मनोज कुमार भगत से ग्राम गम्हारडीह के नुरुल सिद्दीकी के बारे में पूछा और बताया कि वह 30 से 45 दिन में रकम दोगुना करने का प्लान बताया है। इसके बाद जब वह अपने भतीजा के साथ ग्राम डीपाडीह में था तब नुरुल सिद्दीकी उसके पास फोन किया और फिर से 45 दिन में रकम दोगुना करके देने का प्लान उसे और भतीजा मनोज कुमार भगत को बताया। इसके बाद वह नुरुल सिद्दीकी को भारतीय स्टेट बैंक के खाता का 5 लाख रुपये का चेक दे दिया। नुरुल उसे आश्वस्त करते हुए 45 दिन में 10 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए यूको बैंक का चेक दे दिया। 45 दिन बाद जब वह नुरुल के यूको बैंक के चेक को लेकर अंबिकापुर में पैसा आहरण करने पहुंचा तो पता चला कि उसके खाता में पैसा नहीं है। नुरूल के मोबाइल नंबर में संपर्क करने पर वह टाल-मटोल करते हुए आज-कल करते हुए टालमटोल करने लगा। जब रुपये के लिए मनियार व अन्य लोग उसके घर जाते तो एक-दो माह का समय मांगता था। इसके बाद उसकी पत्नी लड़ाई-झगड़ा करने लगती थी, नुरुल भी घर में नहीं मिलता है। इसके बाद जब वह ग्राम डीपाडीहकला अपने भतीजा मनोज कुमार भगत पिता धनी राम के पास आया तो बताया कि वह 03 लाख रुपये, लगन राम पैकरा निवासी शंकरगढ़ 01 लाख रुपये, संत कुमार निवासी कोठली 01 लाख रुपये्र, प्रभु निवासी कोठली 04 लाख रुपये, रूद्रनारायण भगत निवासी चम्पा 05 लाख रुपये, शिवमंगल राम निवासी डीपाडीहकला 10 लाख रुपये, जनेवधारी रवि निवासी कोठली 03 लाख रुपये, जितेन्द्र कुमार प्रजापति निवासी डीपाडीहकला 70 हजार रुपये, भानुप्रताप नाग निवासी चम्पा 50 हजार रुपये घरफरू अगरिया निवासी घटगांव 50 हजार रुपये, राजकुमार यादव निवासी कोठली 75 हजार रुपये, सुखना राम निवासी कोठली 01 लाख रुपये, राजकुमार भगत निवासी कोठली 01 लाख रुपये, मंगल साय निवासी डीपाडीहकला 03 लाख रुपये, मानसाय निवासी डीपाडीहकला 02 लाख रुपये दोगुना होने के लिए दिए थे। इन्होंने बताया कि नुरुल सिद्दीकी वर्ष 2021 में छोटी-छोटी रकम को 30 दिन में डबल करके देने लगा तब उन्हें विश्वास हो गया।बड़ी रकम देने से पहले नुरुल उन्हें विश्वास दिलाने के लिए स्टेट बैंक आफ इंडिया और यूको बैंक का चेक काटकर दिया, और जब पैसा वापस देने का समय आया तो टालमटोल करते तीन साल बिता दिया। काफी इंतजार के बाद जब वे चेक को अपने-अपने बैंक खाते में लगाए तो चेक मूलत: वापस आ गया और पता चला कि उसके खाते में पैसा नहीं है। कुछ लोगों को बिना चेक दिए भी विश्वास में लेकर वह रुपये ले लिया था। इससे पहले वह शिवमंगल राम राजकुमार भगत को बिना किसी चेक के विश्वास में लेकर रकम लिया और दोगुना वापस किया, जिससे उस पर अन्य लोगों का विश्वास बढ़ गया था। बहरहाल रिपोर्ट पर पुलिस आरोपी के विरूद्ध केस दर्ज करके अग्रिम वैधानिक कर रही है।

Spread the love