जिला कांग्रेस कमेटी ने किया सीबीआई और केंद्र सरकार का पुतला दहन
अंबिकापुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर गुरूवार को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में घडी चौक पर केन्द्र और राज्य सरकार के साथ ही सीबीआई का पुतला दहन किया गया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल, भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव के निवास पर सीबीआई रेड के विरोध में प्रदेशव्यापी पुतला दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कुछ दिनों पूर्व भी ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर रेड किया था, लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा। कांग्रेस कमेटी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वो वैमनस्य की भावना से लगातार सीबीआई और ईडी की रेड भूपेश बघेल एवं कांग्रेस नेताओं के यहां करवा रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर बडी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता राजीव भवन में एकजुट हुए और कांग्रेस जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में रैली निकाल कर घड़ी चौक पर पहुंचे और पुतला दहन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दहन के लिए 2 पुतले बनाए थे। सफेद रंग का पुतला सीबीआई का और काले रंग का पुतला केन्द्र सरकार का प्रतीक था। पुतलों को जलाने के दौरान पुलिस से झूमा-झटकी भी हुई। पुलिस कर्मियों ने पुतलों में लगी आग को पानी से बुझाने का प्रयास किया, किंतु कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके प्रयास को सफल नहीं होने दिया। पुतला दहन के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि केन्द्र की सरकार, नरेन्द्र मोदी की सरकार, अमित शाह की सरकार पूरे देश में उनके खिलाफ, जो सैद्धान्तिक रुप से इनके राजनीतिक गतिविधि व गलत कामों का विरोध कर रहे हैं, उनके खिलाफ कारवाई करवा रही है। जो इस कारवाई पर सरेंडर हो रहा है वो कमल छाप वाशिंग मशीन में साफ होकर भाजपा में शामिल हो रहा है। ये सरकार ब्लैकमेलर है। वो ईडी-सीबीआई का उपयोग ब्लैकमेल के लिए कर रही है। इसी सोच के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ कारवाई हो रही है, लेकिन मोदी सरकार कितना भी जोर लगा ले भूपेश बघेल न तो टूटेंगे न ही झुकेंगे। पुतला दहन के कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय अग्रवाल, पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की, निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, मो. इस्लाम, भानु प्रताप सिंह, विनय शर्मा, संजय विश्वकर्मा, अरविंद सिंह गप्पू, हेमंत तिवारी, विनीत जायसवाल, विनोद एक्का, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, अनिल सिंह, दुर्गेश गुप्ता, मदन जायसवाल, राजू अग्रवाल, हसन खान, संजीव मंदिलवार, जीवन यादव, दीपक मिश्रा, चंद्रप्रकाश सिंह, सतीश बारी, आलोक सिंह, हिमांशु जायसवाल, शुभम जायसवाल, अशफाक अली, अंजला केरकेट्टा, शकीला सिद्दीकी, प्रीति सिंह, चंचला सांडिल्य, उर्मिला कुशवाहा, साधना कश्यप, संगीता मिंज, अनीता सिन्हा, सपना सिन्हा, मंजू सिंह सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।
