स्वच्छता के लिए अपनाए गए कदम और गार्बेज कैफे को दिखावा बताकर बंद करना दुखदायी
अंबिकापुर। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंबिकापुर शहर की पहचान दिलाने वाले गार्बेज कैफे को दिखावा बताकर बंद करने के निर्णय को कांग्रेस ने निराशाजनक और दु:खदायी बताया है।
पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कहा है कि यदि गार्बेज कैफे और स्वच्छता के लिए अपनाए गए कदम दिखावे के लिए थे, तो स्वच्छता के लिए मिले एवार्ड को वापस कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के इस्तेमाल को हतोत्सहित करने और री-यूजेबल प्लास्टिक के संग्रहण को बढ़ावा देने के लिए गार्बेज कैफे की परिकल्पना की गई थी। गार्बेज कैफे में एक किलो प्लास्टिक लाने पर भरपेट भोजन और आधा किलो प्लास्टिक पर नाश्ता दिया जा रहा था। इस नवाचार को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में सराहना मिली। अंबिकापुर की जनता की सहभागिता इस तरह के नवाचारों के वनिस्पत लगातार कई वर्षों तक स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार अंबिकापुर कई कीर्तिमान रचते गया। देश के तत्कालीन उप राष्ट्रपति वैंकया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी और मंत्रियों के हाथों अंबिकापुर शहर पुरस्कृत हुआ। निगम की सत्ता में आते ही भाजपाइयों को को ये सब नवाचार इसलिए दिखावा लगने लगा है क्योंकि ये सब पिछले 10 वर्षों में कांग्रेस की सरकार ने किया है। यदि ऐसा है तो उन्हें इन नवाचार की बदौलत मिले सम्मान को वापस कर देना चाहिए। पूर्व महापौर डॉ. तिर्की ने कहा कि यह राजनीतिक पूर्वाग्रह से ओछी सोच के साथ लिया गया निर्णय है। नवनिर्वाचित महापौर और उनकी टीम को नए प्रयोग और नवाचार के माध्यम से अम्बिकापुर को फिर से स्वच्छता में आगे ला कर यह बताना चाहिए ये हमने किया है। पूर्व की सरकारों की योजना को बंद कर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

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