आरती के बाद झूमते-नाचते निकले भक्त, मां गौरी मंदिर में विवाह के बाद गुरूवार को सहेली गली शिव मंदिर में होगा आशीर्वाद समारोह
अंबिकापुर। श्री शिवशंकर कीर्तन मंडली द्वारा महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर प्रतापपुर नाका स्थित सहेली गली स्थित शिव मंदिर से परंपरागत तरीके से भोलेनाथ की बरात बाजे-गाजे के साथ निकाली गई, जिसमें महिला-पुरूष व बच्चे शामिल हुए। बारात में झूमते-नाचते शिवभक्तों की टोली शामिल हुई। नगर के मुख्य मार्गों से हूटर बजाते देर रात बरात पुलिस लाइन स्थित मां गौरी मंदिर पहुंची, यहां महाकाल शंकर और मां गौरी का शुभविवाह संपन्न हुआ। भंडारा प्रसाद ग्रहण करने हजारों की संख्या में यहां शहर के लोग पहुंचे। गुरूवार को बरात वापस केदारपुर सहेली गली स्थित शिवशंकर मंदिर पहुंचेगी, जहां वर पक्ष की ओर से आशीर्वाद समारोह के रूप में महाआरती पश्चात शाम 7 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
श्री शिव शंकर कीर्तन मंडली द्वारा महाशिवरात्रि पर महाकाल शंकर की बरात निकालने की परंपरा का यह 45वां वर्ष है। बुधवार को सुबह से ही सहेली गली स्थित शिवशंकर मंदिर में विविध धार्मिक अनुष्ठान हो रहे थे। बाजे-गाजे के साथ महाकाल की बारात जैसे ही मंदिर से बाहर निकली, श्रद्घालु महिला-पुरूषों के कदम थिरकने लगे। हर घर के दरवाजे पर पूजा की थाल और पुष्प लिए महिला-पुरूष खड़े थे। पुष्पवर्षा कर महाकाल व बारातियों का स्वागत किया गया। बारात शाम लगभग 5 बजे सहेली गली प्रतापपुर नाका स्थित श्री शिव मंदिर से निकली। रास्ते में शिव भक्तों की टोलियां विभिन्न रूपों में बारात में शामिल हुई। बैंड के धुन पर थिरकते शिवभक्तों के कारण वातावरण शिवमय था। भोलेनाथ की बारात मंदिर से रिंग रोड, महाराणा प्रताप चौक, भ_ी रोड, जोड़ा पीपल, देवीगंज रोड, स्कूल रोड होते हुए देर शाम पुलिस लाइन स्थित मां गौरी मंदिर पहुंची, जहां रात्रि में शुभविवाह के साथ धार्मिक अनुष्ठान हुआ। विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में शहरवासी प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। गुरूवार को बारात की वापसी के बाद सहेली गली स्थित शिव मंदिर मेंं आशीर्वाद समारोह होगा। महाआरती में शिवभक्त शामिल होंगे, इसके बाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान पार्षद आलोक दुबे, शुभम जायसवाल, विनोद वर्मा, भोला नाथ विश्वकर्मा, भगवान दत्त तिवारी, संजय कुमार मिश्रा, प्रमोद मिश्रा, संजू चौबे, मुकेश तिवारी सहित अन्य सक्रिय रहे।
जगह-जगह पूजा-अर्चना व स्वागत
बारात दौरान महाकाल की पूजा-अर्चना करने के लिए जगह-जगह श्रद्घालुओं की भीड़ उमड़ी। भोलेनाथ और बारातियों का स्वागत पुष्पवर्षा करके विधि-विधान से महाकाल की पूजा-अर्चना करते भक्त देखे गए। भगवान शिव की प्रतिमा को सुसज्जित विशेष रथ पर सवार किया गया था। शहर के हर मार्गों में बारात के स्वागत की तैयारियां की गई थी। फल, मिष्ठान्न, पानी रखकर बारात के आने का भक्तगण इंतजार कर रहे थे। नगर के विभिन्न मार्गों और चौक-चौराहे में आरती उतारकर महाकाल के बारात का श्रद्घाभाव से स्वागत किया गया।
उत्सवी रूप लिया महाकाल का बारात
महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकाल के बारात निकलने का इंतजार शहरवासियों को रहता है। यह बारात अब आमजनों के लिए उत्सवी रूप ले चुका है। आयोजन में सहभागिता के लिए सामान्य शादी-विवाह की तरह शहर में निमंत्रण पत्र का वितरण भी किया जाता है। हर वर्ष महाकाल की ओर से वर पक्ष द्वारा तथा मां-गौरी की ओर से कन्या पक्ष द्वारा विवाह का कार्ड शहर में वितरित कर आयोजन में सहभागी बनने का आग्रह किया जाता है। इन सबके बीच महाकाल शंकर और गौरी के विवाह के मौके पर बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल होने के लिए पहुंचते हैं।
शिवालयों में हुई हर-हर महादेव की गूंज
अंबिकापुर। महाशिवरात्रि का पर्व सरगुजा जिले में धूमधाम से मनाया गया। शिवालयों में हर-हर महादेव और बोल बम की अनुगूंज के साथ श्रद्घालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। जगह-जगह भंडारा सहित विविध धार्मिक अनुष्ठान हुए, जिसमें श्रद्घालुओं ने भक्तिभाव से हिस्सा लिया।
महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह से ही शहर में भक्ति और उल्लास का वातावरण बना हुआ था। शहर के हर मोहल्ले से श्रद्घालु अलसुबह से ही महादेव की आराधना के लिए घरों से निकलने लगे थे। शाम ढलने तक नगर के शिव मंदिरों में भोलेनाथ की पूजा के लिए श्रद्घालुओं का पहुंचना हो रहा था। शिवालयों में श्रद्घालुओं ने दुग्ध, जल, शहर, घी, दही सहित अन्य पदार्थों से अभिषेक कर भक्ति भाव से भोलेनाथ की पूजा की। नगर के शंकरघाट, सांडबार स्थित बाबा वनेश्वर महादेव मंदिर में मेले जैसा माहौल था, यहां हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्घालुओं की कतार दोपहर बाद तक लगी रही। इसके अलावा नगर के पुलिस लाइन स्थित शिव मंदिर, स्टेडियम कांप्लेक्स के पास स्थित नगर निगम के शिव शंकर मंदिर, बौरीपारा शिव मंदिर, नवापारा में महाकालेश्वर मंदिर एवं मायापुर, चांदनी चौक, खैरबार रोड, गांधीनगर, फुंदुरडिहारी, नमनाकला, जोड़ापीपल, दर्रीपारा, केदारपुर सहित शहर के अधिकांश मोहल्लों में छोटे-बड़े शिवालयों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्घालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सभी स्थानों पर मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारी, सदस्यों के साथ आम स्वयं सेवकों ने श्रद्घालुओं की भीड़ के बीच व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया। महाशिवरात्रि के अवसर पर जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में श्रद्घालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। शिवालयों में भजन-कीर्तन तथा भोलेनाथ की भक्ति गीतों से माहौल उत्सवपूर्ण बना रहा।
पुलिस अधिकारी लेते रहे जायजा
रामानुजगंज रोड में शहर सीमा पर मुख्य सड़क के किनारे शंकर घाट, शिव मंदिर होने व श्रद्घालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह परिहार सहित अन्य व यातायात पुलिस के जवान तैनात रहे। शहर के चौक-चौराहों व हर देवालयों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। वाहनों की लंबी लाइन और जाम की स्थिति को देखते हुए कई भक्त मां काली मंदिर के समीप ही वाहन खड़ी करके मंदिर तक पहुंचे। राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी-जवान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलसुबह 4 बजे से ही डटे रहे। शिव मंदिरों में उमड़ने वाली भीड़ के दौरान व्यवस्था बनाए रखने स्थायी पुलिस पिकेट सहित अतिरिक्त पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई थी।
पूरे दिन चलते रहा भंडारा
महाशिवरात्रि को लेकर पूजा समितियों व मंदिर समितियों द्वारा पूर्व से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी। सभी स्थानों पर मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारी, सदस्यों ने व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया। भंडारे का भी आयोजन किया गया था। शिवालयों में भजन-कीर्तन तथा भोलेनाथ की भक्ति गीतों से माहौल उत्सवपूर्ण था। शहर के गांधी चौक, नमनाकला, सत्तीपारा, जोड़ा पीपल, स्टेडियम कांप्लेक्स के पास स्थित शिव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी भंडारे का आयोजन किया गया था।

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