तबियत बिगड़ने पर 6 फरवरी को लेकर पहुंचे थे अस्पताल, इलाज के दौरान तोड़ दिया दम
अंबिकापुर। कुत्ता के काटने से जख्मी हुए मासूम बच्चे को समुचित उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के बजाए स्वजन घरेलू उपचार करते रह गए। डेढ़ माह बाद बच्चे की तबियत अचानक बिगड़ने पर वे उसे राजपुर में निजी चिकित्सक के अस्पताल लेकर पहुंचे, उन्होंने बच्चे का स्वास्थ्य जांच करने के बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर ले जाने का सुझाव दिया। यहां 7 फरवरी की सुबह बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के स्वजन का कहना है कि जिस कुत्ता के काटने से बच्चा जख्मी हुआ था, वह पागल था। संभावना जताई जा रही है बच्चे को अस्पताल ले जाकर उपचार की सुविधा नहीं दिलाने से उसके शरीर में धीरे-धीरे रैबीज फैलते गया और उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक बलरामपुर जिला के राजपुर थाना अंतर्गत ग्राम कर्रा निवासी अभिषेक लकड़ा पिता बलिन्दर लकड़ा 5 वर्ष को, चचेरी बहन अंकिता लकड़ा के साथ घर के पास खेलते वक्त 15 दिसम्बर 2024 की सुबह लगभग 7 बजे कुत्ते ने काटकर जख्मी कर दिया था। बच्चे का पिता वाहन चालक का काम करता है, जो तत्समय घर में मौजूद नहीं था। कुत्ते के काटने से काफी खून निकलने के बाद भी घटना को स्वजन ने गंभीरता से नहीं लिया और घर में ही जड़ी-बूटी लगाकर घरेलू उपचार करते रहे। घरेलू उपचार के बीच बच्चे को आंशिक राहत मिलने के बाद स्वजन अंदर ही अंदर रैबिज फैलने की संभावना से अनजान थे। 4 फरवरी को बच्चे की तबियत बिगड़ने के बाद भी उसे अस्पताल लेकर नहीं गए। 6 फरवरी को दोपहर करीब 12 बजे बच्चे को पैर में असहनीय दर्द होने लगा और सांस लेने में दिक्कत होने के कारण वह छटपटा रहा था। आनन-फानन में बच्चे को लेकर वे राजपुर पूर्व विधायक डॉ. प्रीतम राम के यहां लेकर पहुंचे। उन्होंने बच्चे के स्वास्थ्य का परीक्षण किया और उसे बिना देरी किए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराने के लिए कहा। यहां इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह 6.45 बजे बच्चे की मौत हो गई। बता दें कि राजपुर विकाखंड मुख्यालय से महज 5 से 6 किलोमीटर के फासले में कुंदी और राजपुर में स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा होने के बाद भी स्वजन बच्चे को शासकीय अस्पताल ले जाना जरूरी नहीं समझे। इसे स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति अनभिज्ञता या अज्ञानता ही कहा जाए जिस कारण मासूम की असमय मौत हो गई। बहरहाल पुलिस ने मृत बालक का पोस्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पुष्ट हो पाएगा, कि मौत का वास्तविक कारण क्या है। फिलहाल स्वजन के द्वारा जिस पैर में कुत्ते ने काटा था, उसमें असहनीय दर्द के साथ सांस लेने में हुई तकलीफ की जिस प्रकार जानकारी दी जा रही है, इससे रैबीज से ग्रसित होकर बच्चे के मौत की संभावना बनी हुई है।

Spread the love