कथित कांग्रेस नेता नौकरी के नाम पर 2.65 लाख लेने के बाद हुआ रफूचक्कर
मामला पुलिस तक पहुंचा, केस दर्ज करके जांच में जुटी पुलिस
अंबिकापुर। किसान के पुत्र का वन विभाग में नौकरी लगवा देने का झांसा देकर खुद को कांग्रेस पार्टी का जिला सचिव बताने वाले ने 2 लाख 65 हजार रुपये की ठगी कर ली। जिस पुत्र की नौेकरी के लिए किसान ने रुपये कर्ज लेकर दिया था, उसे ब्रेन ट्यूमर हो गया, उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान बेटे का इलाज कराने के लिए दिए गए रुपये मांगते रह गया लेकिन उसे आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। बहरहाल मामला गांधीनगर थाने तक पहुंचा है, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
बलरामपुर जिला के राजपुर थाना अंतर्गत ग्राम घोरगड़ी निवासी सनक साय टोप्पो पिता स्व. बीरबल टोप्पो 46 वर्ष ने पुलिस को बताया है कि उसका लड़का निर्मल टोप्पो कक्षा 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद नौकरी के लिए प्रयासरत था। दोनों पिता-पुत्र का अंबिकापुर से लगे ग्राम बढ़नीझरिया में रहने वाले साला सबन मिंज के यहां काम से आना-जाना होता था। वर्ष 2021 में बढ़नीझरिया में ही बौरीपारा अंबिकापुर निवासी अरविंद पाण्डेय से उनकी मुलाकात हुई, जो स्वयं को कांग्रेस पार्टी का जिला सचिव बताकर अपना परिचय दिया। इसी दौरान वन विभाग अंबिकापुर में फारेस्ट गार्ड की भर्ती हेतु विज्ञापन जारी हुआ था, जिसमें निर्मल टोप्पो आवेदन किया था। इसकी जानकारी अरविंद पाण्डेय को हुई तो वह वन विभाग के बड़े अधिकारियों से जान-पहचान होने की बात कहते हुए आश्वस्त किया कि वह उसके लड़का का फारेस्ट गार्ड में नौकरी लगवा देगा, इसके लिए 2 लाख रुपये खर्च लगेगा। लड़के के भविष्य को देखते हुए वह उसकी बातों में आ गया और अपने साला सबन मिंज एवं अन्य लोगों से उधारी लेकर अरविंद पाण्डेय को नवंबर 2021 में अपने साला सबन मिंज के किराए के रूम बढ़नीझरिया में नगदा 2 लाख रुपये दे दिया। अरविंद पाण्डेय पैसा हाथ में आने के बाद नौकरी के निश्चिंत रहने कहा था। कुछ दिन बाद पुन: अरविंद पाण्डेय बोला की 2 लाख रुपये में काम नहीं बन रहा है कुछ और पैसा का जुगाड करो, लगभग 60-65 हजार रुपये और लगेगा। इसके बाद वे पुन: 65 हजार रुपये जुगाड़ करके अरविंद पाण्डेय को दे दिए। निर्मल टोप्पो का जब फारेस्ट गार्ड में नौकरी नहीं लगा तो अरविंद पाण्डेय से रुपये वापस करने कहा, जिसे वह उधार लेकर दिया था, तब अरविंद पाण्डेय अपने छत्तीसढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के खाता का हस्ताक्षरित चेक उसे दे दिया और बोला कि खाते से पैसा निकाल लेना। जब वह चेक लेकर बैंक गया तो पता चला कि उसके खाता में पैसा ही नहीं है। इसी बीच उसके लड़के का तबियत खराब हो गया और उसे ब्रेन ट्यूमर हो गया, उस समय रुपये की बहुत जरूरत महसूस करते हुए वह बार-बार अरविंद पाण्डेय से नौकरी लगवाने के लिए दिए गए रुपये को वापस मांगा तो वह टाल-मटोल करने लगा। इसी बीच उसके लड़के का रायपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। अपने लड़के का अंतिम क्रियाकर्म करने के बाद वह पुन: अरविंद पाण्डेय से संपर्क कर जरूरत बताते हुए रुपये की मांग किया तो वह टालमटोल करते हुए आज तक रुपये वापस नहीं किया। वर्तमान में वह अपना मोबाइल बंद करके गायब हो गया है। रिपोर्ट पर पुलिस आरोपी के विरूद्ध भादंवि की धारा 420 का मामला दर्ज कर ली है।
