अंबिकापुर। शहर के शिवधारी कॉलोनी में दिनांक 16 जनवरी से शुरू हवनात्मक नौ कुण्डीय शतचंडी महायज्ञ का विधि-विधान और भव्यता के साथ 25 जनवरी को समापन मातारानी की प्रतिमा विसर्जन और विशाल भंडारे के साथ हुआ। नौ दिनों तक चलने वाले इस आध्यात्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी। आयोजन को पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक व्यापक स्वरूप प्रदान किया गया था। श्रद्धालुओं ने अगले वर्ष इसे और अधिक भव्य रूप से आयोजित करने का सामूहिक निर्णय लिया, जिससे सनातन संस्कृति का संदेश और अधिक प्रबल हो।
शतचंडी महायज्ञ समाज के उत्थान, मानव कल्याण और जगत के शांति-सौहार्द्र के लिए आयोजित किया गया। इसका नेतृत्व चित्रकूट से पधारे प्रख्यात विद्वान पंडित दीपक कृष्ण शास्त्री ने किया, इनकी टीम ने पूरे विधि-विधान के साथ इस महायज्ञ को संपन्न किया। महायज्ञ में हर दिन संध्याकाल में प्रवचन का आयोजन किया गया था। श्रद्धालुओं ने महाराज के प्रेरणादायी विचारों को उत्साह और आस्था के साथ श्रवण किया। अंतिम दिवस 551 सिद्ध रुद्राक्ष का वितरण पंडित दीपक कृष्ण शास्त्री ने किया। श्रद्धालुओं को सनातन धर्म की उन्नति, नैतिक मूल्यों के पालन और संस्कारित समाज के निर्माण के लिए प्रेरित किया गया। श्रद्धालुओं ने भक्ति और समर्पण भाव से पूर्णाहुति हवन, प्रतिमा विसर्जन और भंडारे में भाग लिया। इस महायज्ञ ने न केवल सामाजिक समरसता का परिचय दिया, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और एकता का संदेश भी प्रसारित किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने आयोजकों और सभी सेवाभावियों के प्रति आभार प्रकट किया और इसे अंबिकापुर का एक ऐतिहासिक आयोजन करार देते हुए शतचंडी महायज्ञ को धर्म, संस्कृति और समर्पण का प्रतीक बताया। कार्यक्रम का संचालन अभय कुमार तिवारी ने किया।
इनका किया गया सम्मान
कार्यक्रम के समापन पर शतचंडी महायज्ञ सेवा समिति के संरक्षक स्वामी तन्मयानंद एवं आलोक दुबे ने सभी श्रद्धालुओं, प्रतिभागियों और आयोजन से जुड़े सभी व्यक्तियों का आभार प्रकट किया। चित्रकूट से पधारे विद्वानों पंडित संतोष त्रिपाठी, पंडित मिथलेश त्रिपाठी, पंडित करण शर्मा, पंडित रंजय पांडेय, पंडित जितेंद्र त्रिपाठी, पंडित बुद्ध प्रकाश दीक्षित और पंडित अभिषेक मिश्रा को विशेष रूप से शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। भव्य आयोजन में अपनी अमूल्य भूमिका निभाने वाले बलवंत चैबे, कृष्णा दुबे, अजय श्रीवास्तव, छक्कन लाल गुप्ता, राजेश सिंह, नीरज सिंह, कृपा शंकर गुप्ता, अजय तिवारी, विद्या शंकर गुप्ता, नीरज पाठक, रमेश पाठक, अजय सिंह, प्रमोद सिंह, दयाशंकर गुप्ता, भवानी शंकर सिंह, मनोज मिश्रा, नीरज सिन्हा, शुभांशु राय, दिलिप सोनी, सुशीला गुप्ता, सत्यवती तिवारी, नीता गुप्ता, सुधा तिवारी, बिना दुबे, माधुरी पांडे, धीरज गुप्ता, नीरज गुप्ता, ममता गुप्ता, इश्नवी गुप्ता को शॉल समर्पित कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दिन-रात सेवा में लगे रहने वाले पहरू, धनेश्वर और राथा को टी-शर्ट एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया।
