30 बैंक खातों से 15 करोड़ रुपये का किया गया ऑनलाइन ट्रांजेक्शन
अंबिकापुर। क्रिकेट मैच में लाखों-करोड़ों का सट्टा लगाकर अवैध धन का आदान-प्रदान करने और फर्जी खाता खोलवाकर आपराधिक षड्यंत्र कारित करने के मामले मेंं सरगुजा पुलिस ने प्रकरण के मास्टरमाइंड आरोपी सुधीर गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा की गई इस कार्रवाई में 04 आरोपियों को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया गया है। प्रकरण में 30 बैंक खातों से संबंधित लेनदेन की जानकारी लेने पर कुल 15 करोड़ रुपये का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होना पाया गया है। मामले में पुलिस अग्रिम विवेचना कर रही है।
एक दिन पूर्व ही की गई छापामार कार्रवाई में सामने आया था कि सरगुजा साइकल स्टोर के सामने सुधीर गुप्ता के घर में ऑफिस बनाकर टीवी सेटअप के साथ क्रिकेट मैच में ऑनलाइन सट्टा में रुपये दांव पर लगवाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल के दिशा-निर्देश में नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के साथ थाना कोतवाली एवं साइबर सेल पुलिस की टीम मौके पर रेड कार्रवाई की तोसंकरी गली में स्थित सुधीर गुप्ता के मकान में तीन व्यक्ति कुर्सी में बैठे मिले। यहां एक प्लास्टिक टेबल पर काफी संख्या में एटीएम कार्ड, पास बुक, चेक बुक, क्यूआर स्टैंड, मोबाइल, रजिस्टर, पैसा व अन्य सामान रखा था और एलईडी टीव्ही में चल रहे क्रिकेट लिग मैच में सट्टा खेलने और खिलवाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने मौके से राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की पिता प्रयाग राज अग्रवाल 27 वर्ष निवासी बिलासपुर चौक, श्रीकांत अग्रवाल पिता स्व. बाबुलाल अग्रवाल 46 वर्ष निवासी महामाया रोड सुदामा होटल के पास, राहुल कुमार सोनी पिता शंकर प्रसाद सोनी 23 वर्ष निवासी चांदनी चौक शास्त्री नगर को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया था। आरोपियों से पूछताछ करने पर सामने आया कि मास्टरमाइंड सुधीर गुप्ता के साथ मिलकर विन बज पोर्टल पर ऑन लाइन सट्टा का खेल चल रहा है। पुलिस ने राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की के मोबाइल में चलाए जा रहे वाट्सअप नंबर में सुधीर द्वारा बनाए गए ग्रुप व ग्रुप के सदस्य के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टा प्लेटफार्म में जीत-हार व लेन-देन करना पाया था। विवेचना में सामने आया कि आरोपी अन्य लोगों से आधार कार्ड व पेन कार्ड की छायाप्रति लेकर उनके नाम से विभिन्न बैंकों में खाता खोलवाने जैसा फर्जीवाड़ा भी किए हैं। इनके द्वारा फर्जी खाता खोलवाकर एटीएम कार्ड, पास बुक, चेक बुक हासिल किया गया था और मोबाइल में सिम डालकर फोन पे, गुगल पे, पेटीएम का उपयोग करके रुपये का लेन-देन कर रहे थे। एक अन्य आरोपी अर्जुन गुप्ता के साथ मिलकर गिरफ्त में आए आरोपी दूसरे व्यक्तियों के नाम का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक का पास बुक हासिल करते थे और बिना धारक के उपस्थिति में ही क्यूआर कोड स्कैनर जनरेट करवाते थे। पुलिस टीम नेे अर्जुन गुप्ता निवासी शिकारी रोड नाला को भी गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया था। मामले में मुख्य मास्टरमाइंड सुधीर गुप्ता पिता रामलखन गुप्ता 38 वर्ष निवासी सदर रोड फरार था, जिसे पुलिस टीम तलाश रही थी। इसी क्रम में पुलिस को पता चला कि मुख्य आरोपी सुधीर गुप्ता अपने निवास में छिपा हुआ है। पुलिस टीम ने उसे घेराबंदी करके गिरफ्तार किया। आरोपी से प्रकरण में जप्त अलग-अलग धारकों का एटीएम, पासबुक, चेक बुक, मोबाइल सीम, आधार कार्ड की मूल प्रति व छायाप्रति के संबंध में पूछताछ करने पर उसने पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टा खेलने व खिलवाने में अवैध धन के आदान-प्रदान हेतु फर्जी खाता खोलवाकर अपराधिक षड्यंत्र करना स्वीकार किया। आरोपी के विरुद्ध थाना कोतवाली में छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 7, 8 एवं 336(3), 338, 61(2) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार करके यायालय के समक्ष पेश किया गया है। पुलिस ने जांच में पाया है कि आरोपी बैंक खातों के माध्यम से बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपये का लेन-देन किए हंै। कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व में थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सी.पी. तिवारी व सम्पत पोटाई, सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा व दिलिप दुबे, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, महिला आरक्षक किरण, अमरावती, आरक्षक शिव राजवाड़े, मंटूलाल गुप्ता, नितिन सिन्हा, अलोक गुप्ता, प्रवीण खलखो, दीपक दास, राहुल सिंह, संजीव चौबे, अशोक यादव, बीरेंद्र पैकरा, आनंद गुप्ता, विकाश मिश्रा, विवेक राय सक्रिय रहे।