अंबिकापुर। राजमाता श्रीमति देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाहवद्यालय संबद्ध जिला अस्पताल में एमआरआई की सुविधा मरीजों को मिलने लगी है। लम्बे समय से एमआरआई मशीन के लगने का लोगों को इंतजार रहा, ताकि एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिले। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस मशीन का उद्घाटन किया और ट्रायल में किए गए जांच से संबंधित जानकारी ली। एमआरआई जांच की दरें भी राज्य के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अनुरूप ही रखी गई हैं। प्लेन एमआरआई की दर 3500 रुपये तथा कांट्रास्ट एमआरआई की दर 5000 रुपये निर्धारित की गई है। निजी सेंटरों में यह दर दो से तीन गुना अधिक है, जिससे मरीजों को काफी आर्थिक बोझ उठाना पड़ता था।
राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सतत सुधार और विस्तार की दिशा में कार्य कर रही है। एमआरआई सुविधा शुरू होने से सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया जिले के साथ ही सीमावर्ती इलाके के मरीजों को अत्याधुनिक जांच की सुविधा अंबिकापुर में ही मिल जाएगी। इससे रायपुर और बिलासपुर जैसे बड़े शहरों पर निर्भरता कम होगी और समय व धन दोनों की बचत होगी। यहां स्थापित की गई एमआरआई मशीन 1.5 टेस्ला क्षमता की है, जिसे विश्व प्रसिद्ध जीई विप्रो कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है। इस मशीन की स्थापना पर कुल 14 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें से 7 करोड़ रुपये का योगदान एसईसीएल ने सीएसआर फंड से किया है।
खर्च की निगरानी और पारदर्शिता सिंगल विंडो सिस्टम से
मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम प्रारंभ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब सभी भुगतान जेम पोर्टल और सॉफ्टवेयर ऐप के माध्यम से ऑनलाइन किए जाएंगे, जिससे खर्च की निगरानी और पारदर्शिता बनी रहेगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक खर्च जनता के सामने पारदर्शी तरीके से प्रस्तुत हो।
मेडिकल के छात्रों से जाना, क्या मिल रही सुविधाएं
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स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में पहुंचे और यहां रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे भावी चिकित्सकों से चर्चा करके मिल रही शिक्षा के बारे में जानकारी ली। उन्होंने छात्रों से चर्चा के दौरान पढ़ाई एवं दी जा रही सुविधाओं के बारे में जाना। छात्रों से उनकी समस्या के संबंध में चर्चा करके आवश्यकताओं के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मन लगाकर पढ़ाई करें और चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर सेवा दें। उन्होंने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दीं।

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