नशीला इंजेक्शन के साथ पकड़ाए युवकों ने ही आरक्षक के घर में की थी चोरी
पुलिस ने एक आरोपी की मां को भी गिरफ्तार किया, चोरी के लिए करती थी उत्प्रेरित
अंबिकापुर। गांधीनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले बलरामपुर जिला में पदस्थ आरक्षक का रायफल, कारतूस व जेवरात चोरी करने वाले दो युवकों व एक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने रायफल व कारतूस को जमीन में गाड़कर रखा था। अपराधियों के तलाश में निकली पुलिस को देखकर पि_ू बैग और झोला में कुछ सामान लेकर आ रहे मोटरसायकल सवार भागने लगेेे। पुलिस जब बैग और झोला में रखे सामानों की तलाशी ली तो इनके पास नशे के प्रयोग में लाया जाने वाला प्रतिबंधित इंजेक्शन मिला। पुलिस इन्हें गांधीनगर थाना लेकर पहुंची। युवक पूर्व में चोरी की वारदातों में भी शामिल रहे हैं, और नशे के आदी हैं। सख्ती से पूछताछ में इन्होंने आरक्षक के घर से एके-47, कारतूस सहित अन्य सामानों की चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए गए लगभग डेढ़ लाख रुपये का सामान भी बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने बताया कि बलरामपुर जिला में सीईओ जिला पंचायत के गनमैन के रूप में वर्ष 2021 से पदस्थ आरक्षक आशीष निश्चल तिर्की के घर से एक अप्रैल को हुई एके 47 राइफल, 90 जिन्दा कारतूस के अलावा अन्य सामानों की चोरी के मामले में विवेचना में लगी पुलिस ने नशीले इंजेक्शन के साथ दो आरोपियों सागर सिंह चौहान पिता अशोक सिंह चौहान 24 वर्ष निवासी डेयरी फार्म रोड शिव मंदिर के पीछे व प्रहलाद वासुदेव पिता योगेन्द्र चौबे 18 वर्ष निवासी बजरंग होटल के पास, को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपियों की 03 चोरी के मामलों में संलिप्तता पाई गई। 02 साल पहले गांधीनगर निवासी प्रहलाद वासुदेव से सागर का जान-पहचान हुआ था। प्रहलाद, आरोपी सागर के साथ उसके घर में ही पिछले 5-6 महीनों से रह रहा था। चोरी करने की जानकारी सागर की मां शांति सिंह को थी, वह चोरी का सामान लाकर अपनी मां को देता था। 3-4 दिन पहले आरोपी सागर की मां ने ही डेयरी फार्म रोड में कोने के दो मंजिला मकान में ताला लगे होने की जानकारी सागर और प्रहलाद को दी थी। इसी रात 12 बजे के बाद दोनों घर से निकले और आरक्षक के सूने मकान का मेन गेट फांदकर बाउंड्री के अंदर गए। घर का दरवाजा जोर से धक्का देने पर खुल गया था। इसके बाद वे घर के अंदर रखा काले रंग का रायफल बंदूक, जिसमें मैगजीन का काला खोखा फिट था, इसे सागर निकाल लिया। आरोपी लॉकर के अंदर रखे जेवर, रायफल का दो और गोली भरा हुआ मैगजीन, आलमारी के पास ही रखे टेबल में बने दराज में रखी कार की दो चाबी, सोने-चांदी के गहने, लेकर निकले। चोरी किए गए सामानों को आधा-आधा बांटकर वापस सागर के घर पहुंचे। घर पहुंचने के बाद सागर गहने व गाड़ी की चाबी अपनी मां शांति को दे दिया। दोनों आरोपी सागर मां के बताए अनुसार घर के सामने बाड़ी में ईंट से घिरे एक जगह, जिसका उपयोग कचरा फेंकने के लिए किया जाता है, वहां गड्ढा खोदकर रायफल व तीनों खोखा मैगजीन और कारतूस को एक प्लॉस्टिक के बोरी में रखकर गाड़ दिए थे।
चोरों के मंसूबे थे खतरनाक
पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने बताया कि एके-47 और कारतूस, कार की चाबी से स्पष्ट हो गया था कि चोरों के मंसूबे खतरनाक हैं। इसे देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो के नेतृत्व में पुलिस टीम चोरों को खंगालने में लगी थी। सागर सिंह के घर पहुंचने पर पुलिस को उसकी मां की हरकतों के कारण कई बार उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा था। ऐसे हालातों के बीच चोरों एवं अन्य असामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने निकली पुलिस डिगमा रोड में राइस मिल के पास पहुंची तो सामने से ग्लैमर मोटरसायकल में दो युवक आते नजर आए, जो मोटरसायकल के हैण्डल में लाल-सफेद रंग का झोला टांगे थे और पीछे बैठे युवक के पीठ पर पि_ू बैग रखा था। पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन को देखकर ये तेजी से मोटरसायकल को मोड़कर कच्चे रास्ते की तरफ भागने लगे। दोनों की गतिविधि संदिग्ध होने पर पुलिस पीछा करके इन्हें रोकी, तो ये आदतन बदमाश सागर सिंह चौहान और प्रहलाद वासुदेव निकले। बैग और झोला में 200 नग प्रतिबंधित इंजेक्शन मिला। इंजेक्शन के रेपर का अवलोकन करने पर सामने आया कि इसमें ब्यूप्रेनारफिन नामक नारकोटिक्स तत्व मिला है। आरोपियों के द्वारा वाणिज्यक मात्रा में एक साथ नार्कोटिक्स युक्त इंजेक्शन रखने पर पृथक से धारा 22 सी एनडीपीएस एक्ट का अपराध कायम किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ग्लैमर मोटरसायकल क्रमांक सीजी 15 डीबी 0332 व चोरी की घटना में प्रयुक्त स्कूटी जप्त किया है।
मार्निंग-इवनिंग वॉक के बहाने रेकी करने वाली मां भी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक ने बताया आरोपी सागर सिंह चौहान की मां शांति सिंह पति अशोक सिंह 45 वर्ष को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इनके पति वन विभाग में कार्यरत हैं। सागर की मां शांति चौहान रोजाना मार्निंग और इवनिंग वॉक के नाम पर घर से निकलती थी। इस दौरान वह कौन सा घर बंद और खुला है, इसका रेकी करती थी। जहां सूना घर दिखता तो वह इसकी जानकारी अपने पुत्र सागर को देती थी, इसके बाद सागर और प्रहलाद सुनियोजित तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों ने करीब 5 माह पहले गोधनपुर में सूने मकान से सोना-चांदी के जेवर और लैपटाप चोरी किया था, इसे भी पुलिस ने बरामद किया है। इसे आरोपी सागर की मां छिपाकर रखी थी। वर्ष 2025 में राजेन्द्रनगर कॉलोनी में घर के अंदर आलमारी एवं पेटी का ताला तोड़कर गहने, चांदी का शिवलिंग, स्मॉर्ट वॉच, जूता, साउंड बॉक्स, पर्स, नकद रकम और अन्य सामान को चोरी की घटना में ये शामिल रहे। पर्स और चांदी का शिवलिंग सागर की मां पास मिला है। चोरी करने के लिए आरोपी स्कूटी का उपयोग करते थे। पूर्व में पुलिस ने प्रहलाद को उम्र कम होने के कारण बाल न्यायालय में पेश करके बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया था, वहीं सागर को जेल भेजा था।
इन सामानों को बरामद की पुलिस
आरोपियों के निशानदेही पर चोरी करके गाड़ा हुआ सर्विस राइफल ए.के. 47 एवं 03 मैगजीन 90 राउंड, एक सोने का मंगलसूत्र, 02 अंगूठी सोने का, 01 जोड़ी सोने का बाली, 03 जोड़ी चांदी का पायल, 02 जोड़ी चांदी का बिछिया, 01 चांदी का शिवलिंग, चोरी के रकम से खरीदे गए सोफा सेट, पलंग, ड्रेसिंग टेबल, स्पीकर, प्रार्थी के नाम की गहनों की पर्ची, 01 सेट स्पीकर, 01 ब्लूटूथ स्पीकर, 01 हेयर ड्रायर, 02 इस्तेमाली जूता कुल 20 लाख रुपये का सामान पुलिस ने बरामद किया है। तीनों आरोपियों के विरुद्ध अलग-अलग प्रकरण में धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बीएनएस, अपराध क्रमांक 201/25 में धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बीएनएस, अपराध क्रमांक 219/25 में धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बीएनएस, 25 आर्म्स एक्ट एवं आरोपी सागर एवं प्रहलाद के विरुद्ध अपराध क्रमांक 220/25 धारा 22(सी) एनडीपीएस एक्ट कायम किया गया है। आरोपियों कों गिरफ्तार करके न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
पुलिस टीम को करेंगे पुरस्कृत
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में चली इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर उप निरीक्षक रश्मि सिंह, थाना प्रभारी मणिपुर उनि अखिलेश सिंह, साइबर सेल प्रभारी उनि शिशिरकान्त सिंह, महिला थाना प्रभारी उनि सुनीता भारद्वाज, उनि नवल दुबे, सउनि अजीत मिश्रा, स्पेशल टीम प्रभारी सउनि विवेक पाण्डेय, सउनि राकेश मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, सुधीर सिंह, जयदीप सिंह, महिला आरक्षक त्रिलोचनी राजवाड़े, आरक्षक अतुल सिंह, बृजेश राय, अमित विश्वकर्मा, संजीव चैबे, जितेंद्र मिश्रा, सत्येन्द्र दुबे आनंद गुप्ता, मनीष सिंह, राहुल सिंह, अरविन्द उपाध्याय, देवेंद्र पाठक, ऋषभ सिंह, घनश्याम देवांगन, मोतीलाल केरकेट्टा, पवन यादव, गीता प्रसाद, रमेश राजवाड़े, अनुज जायसवाल, वीरेंद्र पैकरा, अशोक यादव, सैनिक अनिल साहू सक्रिय रहे। पुलिस अधीक्षक ने इन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
