निरीक्षण में पहुंची महापौर नेे कैफे संचालक से अनुबंध पत्र मांगा
अंबिकापुर। शहर की महापौर मंजूषा भगत मंगलवार को नगर निगम के द्वारा प्रतीक्षा बस स्टैंड में संचालित गार्बेज कैफे में पहुंची। पूर्व की निगम सरकार ने गार्बेज कैफे के संचालक को 14 हजार 500 रुपये प्रतिमाह में अनुबंध करके संचालित करने की अनुमति दी थी। शर्त यह थी कि कोई भी व्यक्ति कचरा बेचकर टोकन प्राप्त करने कैफे में नि:शुल्क भोजन अथवा स्वल्पाहार कर सकता है। वहीं नवनियुक्त महापौर को मिली शिकायत में बताया गया है कि यहां के गार्बेज कैफे में अवैध रूप से होटल का संचालन किया जा रहा है। महापौर मंजूषा भगत निरीक्षण के क्रम में गार्बेज कैफे पहुंच कर संचालक विनोद पटेल से बातचीत की और पूर्व में हुए अनुबंध कागज को मांगा तो संचालक के द्वारा पूर्व में किए गए अनुबंध के खत्म होने की जानकारी दी। महापौर ने नए अनुबंध का कागज प्रस्तुत करने का निर्देश गार्बेज संचालक को दिया है। अब देखना होगा कि नए अनुबंध का पत्र संचालक को मिलता है, या गार्बेज कैफे का संचालन बंद करने की पहल होगी।
प्रतीक्षालय बिक गया, एटीएम अनुपयोगी
महापौर के निरीक्षण में सामने आया कि शहर में पूर्व में नगर निगम की सरकार के द्वारा कई जगहों पर वाटर एटीएम की सुविधा प्रदान की गई थी, जो कि लंबे समय से बंद हैं और अनुपयोगी साबित हो रहा है। महापौर ने स्वयं वाटर एटीएम की स्थिति का जायजा लिया और गर्मी के मौसम में लोगों का इसका लाभ मिले, इसके लिए सुधार के निर्देश दिए। प्रतीक्षा बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय को भी पूर्व की निगम सरकार के द्वारा एक व्यापारी को दुकान के रूप में बेच दिया गया है, जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इसे लेकर महापौर ने कहा कि संबंधित को राशि वापस करके इस स्थल को यात्रियों के लिए उपयोगी बनाने की पहल की जाएगी।

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