अच्छी आय का सब्जबाग दिखाकर रांची से ले गया था एजेंट, शिक्षक ने लाया संज्ञान में
अंबिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर प्रखंड अंतर्गत एक पहाड़ी कोरवा दंपति बच्चे के साथ त्रिपुरा के एक ईंट भ_े में फंसा है। यह परिवार प्रशासन और स्थानीय लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है ताकि वह अपने घर लौट सके, साथ ही ऐसी गलती दोबारा नहीं करने की बात कह रहा है, जो मानव तस्करों के झांसे में आने वालों के लिए सबक से कम नहीं है। ईंट भट्टे में बेहतर पगार पर काम करने के नाम पर पहाड़ी कोरवा परिवार को ले जाया गया था, अब 06 माह से वे नारकीय जिंदगी जीने मजबूर हैं। ईंट भट्टे का कारोबारी सरगुजा के सीधे और सरल स्वभाव के पहाड़ी कोरवा परिवार के साथ मारपीट करके जबरन काम लेने में लगा है। शासकीय प्राथमिक शाला राजाआटा के शिक्षक तक यह मामला पहुंचा और उन्होंने इसकी लिखित जानकारी थाना प्रभारी सीतापुर को दी है। जिला और पुलिस प्रशासन तक मामला संज्ञान में आने के बाद पहाड़ी कोरवा परिवार को ईंट भ_ा में मिलने की आस है।
जानकारी के मुताबिक सीतापुर ब्लॉक के ग्राम देवगढ़ से लगे ग्राम राजाआटा में रहने वाले पहाड़ी कोरवा परिवार को ज्यादा मजदूरी दिलाने का झांसा देकर लालू सरदार नामक व्यक्ति अपने साथ ले गया था और त्रिपुरा के ईंट भ_ा संचालक के हवाले कर दिया। शासकीय प्राथमिक शाला राजाआटा में पंचायत शिक्षक के पद पर पदस्थ मुकेश कुमार सिन्हा को पहाड़ी कोरवाओं की बस्ती के लोगों से पता चला कि गांव के कुन्जल, अग्नि अपने मासूम बच्चे के साथ काम करने रांची गए थे। यहां से उन्हें किसी एजेंट इन्हें अच्छी मजदूरी और बेहतर जीवन का सब्जबाग दिखाकर त्रिपुरा के कोलाबयान में स्थित ई. नारायण के ईंट भ_ा में ले गया यहां वे पिछले 6 माह से बंधक बनकर रह गए हैं। पहाड़ी कोरवा दंपती को यहां न तो इन्हें मजदूरी का पैसा मिल रहा है और न घर वापस भेजा जा रहा है। इनसे मारपीट करके काम कराया जा रहा है। एक अन्य व्यक्ति के मोबाइल फोन से वीडियो कॉल करके पहाड़ी कोरवा दंपति ने रो-रोकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया और कहा कि साहब जल्दी छुड़ा लीजिए, आगे से वह ऐसी गलती नहीं करेगा।
वीडियो कॉल पर शिक्षक से किया बात
त्रिपुरा में फंसे इस कोरवा दंपति ने सीतापुर विकासखंड के राजाआटा में पदस्थ शिक्षक मुकेश कुमार सिन्हा से वीडियो कॉल के जरिए संपर्क करके अपनी पीड़ा को साझा किया। इसका कहना है कि उन्होंने सोचा था कि जंगल में लकड़ी काटने से अच्छा है कि बाहर जाकर पैसे कमाएं, ताकि वे एक अच्छा घर बना सकें, लेकिन यहां वे बंधुआ मजदूर की तरह जीवन जी रहे हैं। इस वीडियो कॉल के बाद शिक्षक ने तुरंत सीतापुर थाना प्रभारी को लिखित में जानकारी दी और पीड़ित परिवार की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया मामला
सीतापुर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि शिक्षक मुकेश सिन्हा के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। आवेदन से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है, मामले में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
