महाशिवरात्रि के दिन पति से हुआ था विवाद, तीन बच्चों के सिर से मां का साया हटा
अंबिकापुर। उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुमडेवा में विवाहिता के द्वारा कीटनाशक का सेवन करके जान देने का मामला प्रकाश में आया है। मृतिका के स्वजन ने आए दिन पति के द्वारा मारपीट व प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम केसमा निवासी दुर्गा यादव का विवाह वर्ष 2018 में ग्राम कुमडेवा, केदमा के भागवत यादव से हुआ था। दोनों के दांपत्य जीवन के बीच 02 लड़का और 01 लड़की हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर 26 फरवरी को देवगढ़ धाम में वह अपनी पत्नी दुर्गा यादव 24 वर्ष व तीनों बच्चों को मोटरसायकल से छोड़ दिया था, यहां रिश्तेदार के पुत्र का मुण्डन संस्कार होना था। इसके बाद अपरान्ह तीन बजे के लगभग भागवत यादव कथित रूप से क्रिकेट खेलने के लिए चले गया था। शाम को 6.30 बजे अपने नए घर में रहने वाले माता-पिता के पास चले गया था। शाम 7.25 बजे जब वह कुमडेवा में स्थित अपने घर आया तो उसकी पत्नी और बच्चे घर पहुंच चुके थे। पत्नी से वह खाना लगाने के लिए कहा और हाथ धोने लगा। पत्नी बिना कुछ कहे उठी और खाना निकालने के लिए जाने लगी, तभी उसके पति को कीटनाशक जैसा गंध आया। पत्नी से पूछताछ करने पर वह कुछ नहीं बताई। इसके बाद वह अपनी पत्नी को उदयपुर स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गया, यहां से प्राथमिक चिकित्सा के बाद रेफर करने पर होलीक्रॉस अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया था, यहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह वह दम तोड़ दी। इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन ने होलीक्रॉस अस्पताल के पुलिस सहायता केन्द्र के प्रभारी को दी थी। पुलिस ने मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कराया है। पोस्टर्माटम रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस केस डायरी अग्रिम जांच, विवेचना कार्रवाई के लिए उदयपुर थाना पुलिस के सुपुर्द करेगी।
शादी के दो वर्ष बाद से ही प्रताड़ित करने का आरोप
मृतिका के पिता पीताम्बर यादव निवासी केसमा का आरोप है कि उनकी पुत्री दुर्गा यादव के साथ विवाह के दो वर्ष बाद से ही पति भागवत यादव के द्वारा आए दिन मारपीट करके प्रताड़ित किया जाता था। महाशिवरात्रि के दिन उसका देवगढ़ मंदिर में जाने की बात को लेकर पति से विवाद की स्थिति बनी थी। मृतिका दुर्गा ने मारपीट करने की फोन पर उन्हें दी थी और यहां से ले जाने के लिए कहा था। इसके बाद उन्होंने अपने पुत्र कंचन यादव को बहन दुर्गा को ससुराल से लेकर आने के लिए कहा था। कंचन अपनी बहन को लेने के लिए घर से रवाना हुआ था, इसी बीच उन्हें दुर्गा के ससुर राजनाथ यादव ने मोबाइल में फोन करके बताया कि बहू कीटनाशक पी ली है। समधी से मिली जानकारी से उन्होंने अपने पुत्र को अवगत कराया। जब वे परिवार के सदस्यों के साथ होलीक्रॉस अस्पताल अंबिकापुर पहुंचेे तो उनकी बेटी दम तोड़ चुकी थी।
