पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में 36वें सड़क सुरक्षा माह का समापन
अंबिकापुर। पुलिस महानिरिक्षक सरगुजा रेंज की उपस्थिति में 36वां सड़क सुरक्षा माह का समापन हुआ। सड़क सुरक्षा माह में 01 जनवरी से 31 जनवरी तक सरगुजा पुलिस द्वारा यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इसमें स्कूल बस के चालक, परिचालकों का नेत्र परीक्षण, वाहन परीक्षण, लर्निंग लाइसेंस शिविर, स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम सहित नुक्कड़ नाटक, रंगोली, चित्रकला का आयोजन किया गया। अभियान के दौरान प्रशंसनीय कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स, वाहन चालकों सहित पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
पुलिस मुख्यालय रायपुर के दिशा-निर्देश में 01 जनवरी से 31 जनवरी सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया गया था। इसी क्रम में शुक्रवार को पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग, कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी विलास भोस्कर, पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल के उपस्थिति में माह भर सरगुजा पुलिस द्वारा यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता लाने किए गए प्रयासों के संबंध में जानकारी दी गई। यातायात जागरूकता रथ के माध्यम से जिले के प्रत्येक ब्लॉक में यातायात पुलिस टीम द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए गए। कलेक्टर विलास भोसकर ने इस मौके पर कहा कि 36 वां सड़क सुरक्षा माह में युवाओं को कार्यक्रम में आमंत्रित करने का उद्देश्य इन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। युवा अवस्था में जोश के साथ होश बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। प्रकृति द्वारा एक अच्छा शरीर मनुष्य का प्राप्त हुआ है, जो सड़क दुर्घटना के पश्चात कभी वैसा नहीं रहता है। यातायात के नियमों से ही सिर्फ सड़क दुर्घटना को कम नहीं किया जा सकता है, शिक्षा एवं पर्याप्त जागरूकता से ही परिवर्तन लाया जा सकता है एवं सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। वाहन चालक स्वयं के साथ-साथ अन्य वाहन चालकों के प्रति भी संवेदनशील रहें, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में प्रभावी कमी लाई जा सकती है। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने कहा कि सरगुजा पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा माह अंतर्गत कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिससे क्षेत्र में रहने वाले आम नागरिक, छात्र-छात्राएं, बस चालकों परिचालकों सहित काफी संख्या में लोगों को इसका लाभ प्राप्त हुआ है। सड़क सुरक्षा माह आयोजन का मुख्य उद्देश्य सड़क में यात्रियों की सुरक्षा करना है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि सड़क में नागरिक सुरक्षित रहें एवं उनका परिवार सुरक्षित रहे। पहले सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन होता था, सड़क की बढ़ती दुर्घटनाओ को देखते हुए कार्यक्रम को व्यापक कर 30 दिवसीय कार्ययोजना तैयार की गई, जिसमें सरगुजा पुलिस ने कई कार्यक्रम का आयोजित किए। जागरूकता रथ से संदेश, एजुकेशन वेलोसिटी संस्थान में नौनिहालों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर यातायात नियमों का पालन करने एक नींव प्रदान किया गया। दरिमा एवं अन्य क्षेत्रों में प्रोजेक्टर के माध्यम से आम नागरिकों को जागरूक किया गया। हेलमेट रैली में 150 नागरिक शामिल हुए। रंगोली, पेंटिंग प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर यातायात नियमों की झांकी निकालकर यातायात जागरूकता का संदेश दिया गया। लगभग 1200 स्कूली विद्यार्थियों को कार्यक्रम के जरिए जागरूक किया गया। पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा एक्सीडेंट के मामलों की संख्या बताकर सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने की अपील की गई। उन्होंने कहा सड़क दुर्घटना में काफी लोगों की मृत्यु हुई है, जिसका प्रमुख कारण शराब पीकर वाहन चलाना, बिना हेलमेट वाहन चलाना, ओवर स्पीड, लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना है। इसे रोकने के लिए कई आवश्यक कार्रवाई के साथ-साथ चालानी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस लगातार लोगों को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही है। आम नागरिक यातायात के नियमों का ध्यान रखें एवं उनका पालन करें, जिससे सड़क सुरक्षा का उद्देश्य सार्थक हो। यातायात जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम में बेहतर कार्य करने वाले एनसीसी कैडेट्स, छात्र छात्राओं, बच्चों एवं डायल 112 के ड्राइवर, डायल 102 महतारी एक्सप्रेस के ड्राइवर, जिला अस्पताल के वाहन चालक, पुलिस विभाग के वाहन चालक, ऑटो वाहन चालक, गुड सेमेरिटन, पुलिस मितान के सदस्यों सहित रंगोली एवं चित्रकला के जरिए जागरूकता उत्पन्न करने वाले विद्यालयीन 80 से अधिक छात्र-छात्राओं एवं पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए यातायात जागरूकता का संदेश भी दिया गया। कार्यक्रम के अंत मे जरुरतमंद व्यक्तियों को जागरूकता के उद्देश्य से हेलमेट प्रदान कर दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने की अपील की गई। समापन समारोह में संभागीय सेनानी नगर सेना राजेश पाण्डेय, विनय सोनी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो, नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह, प्रशिक्षु आईपीएस मयंक मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक एम.आर. कश्यप, थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, यातायात शाखा से उप निरीक्षक विजय कुमार केर्वत सहित काफी संख्या में छात्र-छात्राएं, आम नागरिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। मंच संचालन शोभा दास ने किया।
राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का अनुपात राष्ट्रीय स्तर में काफी अधिक-आईजी
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज ने अपने उद्बोधन में कहा कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का अनुपात राष्ट्रीय स्तर में काफी अधिक है, इसे सबके प्रयास से कम किया जाना है। आम नागरिक जाने-अनजाने में कहीं ना कहीं रोज ही यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। यातायात पुलिस की उपस्थिति एवं चालानी कार्रवाई से ही सड़क दुर्घटनाओं को नहीं रोका जा सकता है, इसके लिए सभी का अपना योगदान देना होगा। नियमों का पालन स्वयं कर अन्य लोगों को यातायात नियमों का पालन करने की अपील की जानी चाहिए। यातायात नियमों का पालन कराना पुलिस का कर्तव्य है, लेकिन इसके पालन में आम नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पुलिस महानिरीक्षक ने विश्वास दिलाया कि यातायात नियमों के जागरूकता हेतु लगातार अवरेनेस कैंप चलाएंगे, यातायात के नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा समय के साथ नागरिकों को भी यातायात नियमों के प्रति जागरूक होने, नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।

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