अंबिकापुर। इग्नु संस्था नई दिल्ली के कथित प्रोफेसर ने संत हरकेवल शिक्षा महाविद्यालय के प्राचार्य व उनकी पत्नी से पीएचडी एवं डीएलएड की शैक्षणिक उपाधि के नाम पर ऑनलाइन गूगल पेमेंट के माध्यम से 2 लाख 07 हजार 400 रुपये की ठगी कर ली। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध केस दर्ज करके जांच में जुट गई है।
धर्मशीलाकुंज कन्या परिसर रोड शासकीय आयुर्वेदिक हास्पिटल के पास चर्च गली नमनाकला में रहने वाले डॉ. अंजन सिंह पिता दीनबन्धु सिंह 50 वर्ष ने पुलिस को बताया है कि उनके मोबाइल पर कोविडकॉल प्रारंभ होने के पूर्व इग्नु विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कथित प्रोफेसर पुरुषोत्तम शर्मा ने फोन करके शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने की जानकारी दी और बताया गया कि उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न शैक्षणिक विषयों पर पत्राचार से कोर्स करवाया जाता है। इसके बाद मोबाइल में बीच-बीच में 2-3 बार बातचीत के दौरान उनके द्वारा विश्वास दिलाया गया कि पत्राचार के माध्यम से कोई भी कोर्स करने में परेशानी नहीं है और संस्था शासन से मान्यता प्राप्त है। इनकी बातों में आकर उन्होंने स्वयं पी.एच.डी. करने एवं पत्नी अनिता सिंह को डी.एल.एड. कराने की मंशा जाहिर की थी। इसके बाद कथित प्रोफेसर इनसे वाट्सएप के माध्यम से पी.एच.डी. एवं डी.एल.एड. हेतु समस्त दस्तोवजों को वाट्सएप में मंगवाया एवं पी.एच.डी. करने का शुल्क विवरण 89 हजार रुपये और डी.एल.एड. का शुल्क 30 हजार रुपये बताया। उक्त फीस का भुगतान ऑनलाइन करने की सुविधा होने की जानकारी दी गई थी। इससे उनका संस्था के प्रति विश्वास बढ़ गया। प्राचार्य ने बताया है कि तत्समय उनके मोबाइल फोन पर गुगल पेमेंट की सुविधा नहीं थी, जिस कारण उन्होंने महाविद्यालय में कार्यरत स्टाफ आनन्द कुमार के मोबाइल नंबर से पहली बार 08 जनवरी को गुगल से भुगतान प्रोफेसर के मोबाइल नंबर पर 30 हजार रुपये एवं 89 हजार रुपये ट्रांसफर करा दिया। उपरोक्त दोनों कोर्स के लिए शुल्क का भुगतान करने के बाद भी बीच-बीच में अतिरिक्त शुल्क का डिमांड की जाने लगी और कहा जाने लगा कि अतिरिक्त शुल्क नहीं देने पर आपका केश रिजेक्ट हो जाएगा, इस कारण उन्होंने 88 हजार 400 रुपये पुन: मोबाइल धारक को ऑनलाइन भुगतान कर दिया। इसके बाद उक्त प्रोफेसर ने समस्त प्रक्रिया पूर्ण होने की जानकारी दी और कहा कि उनका ऑनलाइन अपडेट एवं डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग 18.04.2024 तक पूर्ण हो जाएगा। 21.04.2024 को मोबाइल से संपर्क करके अपडेट करने की जानकारी लेने पर पुन: बोला गया की आपका पेमेंट पूरा नहीं जमा हुआ है। पूरा फीस भुगतान कर देने की बात कहने पर कथित प्रोफेसर ने कहा कि इग्नु विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को 25 हजार रुपये देना है, जो आप नहीं दिए इस कारण आपका केस रिजेक्ट हो गया है। इसके बाद वे प्रोफेसर पी.पी. शर्मा इग्नु विश्वविद्यालय नई दिल्ली से कॉल करके बात करने का प्रयास करते रहे, लेकिन उनका कॉल डायवर्ट कर दिया गया। बार-बार कॉल करने के बाद भी कथित प्रोफेसर के द्वारा फोन नहीं उठाने पर उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ। रिपोर्ट पर पुलिस अग्रिम वैधानिक कार्रवाई कर रही है।

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