गंगापुर के बाद ट्रांसपोर्टनगर में शराब दुकान खुलने की सुगबुगाहट के साथ विरोध शुरू
अंबिकापुर। प्रदेश में सरकारें बदल गईं, विधायक व मंत्री भी बदल गए, लेकिन अंबिकापुर में अंग्रेजी शराब दुकान का मुद्दा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वर्तमान भाजपा विधायक राजेश अग्रवाल भी सत्ता में आने के बाद सबसे पहले गंगापुर की शराब दुकान को हटवाने का वादा किए थे, लेकिन वे भी इस मुद्दे पर अभी तक किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठा पाए। इधर नगरीय निकाय की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इन सबके बीच कुछ खुद को महापौर के लिए प्रबल दावेदार मानकर चल रहे हैं। भाजपा नेता इन्दर भगत काफी दिनों से किसी न किसी मुद्दे को लेकर लाव लश्कर के साथ कभी निगम तो कभी कलेक्टर का दरवाजा खटखटाते नजर आते हें। सोमवार को वे भी शराब दुकान के मुद्दे को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में भागीदारी निभाते नजर आए।
दरअसल वार्ड क्रमांक 46, गहिरा गुरु वार्ड, ट्रांसपोर्ट नगर में शराब दुकान को स्थानांतरित करने की सुगबुगाहट लगते ही विरोध का स्वर मुखर होने लगा है। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना है कि एक मोहल्ले को शराबियों से मुक्त करके दूसरे मोहल्ले को शराबियों का अड्डा प्रशासन बनाना चाहता है। हालांकि इस इलाके में कई घरों में अवैध महुआ शराब की भट्टियां लंबे समय से जल रही हैं। कई लोगों के पारिवारिक भरण पोषण का यह जरिया भी है। इन सबके बीच दर्जनों बार गंगापुर स्थित शराब दुकान का वहां के रहवासियों के द्वारा किए गए विरोध के बाद भी स्थिति का पूर्ववत बने रहना, वहीं ट्रांसपोर्ट नगर की महिलाओं का भी शराब दुकान के स्थानांतरण पूर्व मोर्चा खोलना, इनके साथ भाजपा नेता की भागीदारी चर्चा में है। इनके द्वारा कलेक्टर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में शराब दुकान अन्यत्र खोलने की मांग की गई है।