एमव्ही एक्ट की कार्रवाई के दौरान शासकीय कार्य में पहुंचा रहे थे बाधा
अंबिकापुर। मॉडिफाइड साइलेंसर लगे बुलेट वाहन चालक के विरूद्ध कार्रवाई करने के दौरान शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए गालीगलौज करते हुए हंगामा करने के मामले में कोतवाली थाना में केस दर्ज कर लिया है। इसका एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें बुलेट सवारों के द्वारा कार्रवाई में लगी पुलिस के साथ हुज्जतबाजी की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
जानकारी के मुताबिक यातायात शाखा में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक निशिकांत एक्का 10 जनवरी को सुबह करीब 10 बजे यातायात प्रभारी के आदेशानुसार आरक्षकों के साथ मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई करने दरिमा मोड़ अंबिकापुर में ड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान दोपहर करीब 1.30 से 2 बजे के बीच खरसिया रोड की तरफ से आ रही बुलेट मोटरसायकल क्रमांक सीजी 15 सीएफ 2630 में मॉडिफाइड सायलेंसर लगा मिला। एमव्ही एक्ट की कार्रवाई के दौरान वाहन के कागजात, ड्रायविंग लाइसेंस एवं मॉडिफाइड सायलेंसर लगाने के सबंध में पूछताछ करने पर चालक के द्वारा किसी भी प्रकार का वाहन का दस्तावेज, लाइसेंस पेश नहीं किया गया। मोटरसायकल चालक को मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान कटवाने के लिए कहा गया, इस पर वह स्वजन के आने की बात कहा। कुछ समय बाद बुलेट मोटरसायकल चालक के 02 स्वजन चेकिंग स्थल पर आए और हम लोगों को जानते नहीं हो, मेरे गाड़ी का चालान कैसे काट सकते हो, कहते हुए मर्यादाहीन बातें कहकर गालीगलौज करने लगे। इनके द्वारा मौके पर कार्रवाई में लगे आरक्षक प्रदीप से धक्का-मुक्की की गई। सहायक उप निरीक्षक ने जब धक्का-मुक्की करने से मना किया तो आरोपी उनके साथ भी गालीगलौज करते हुए शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने लगे। इसके बाद वे मौके से गाड़ी लेकर भाग गए। घटना की सूचना सहायक उप निरीक्षक ने फोन से यातायात प्रभारी को दी। रिपोर्ट पर पुलिस आरोपियों के विरूद्ध शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर ली है।
बयान
एमव्ही एक्ट की कार्रवाई के दौरान पुलिस अधिकारी व आरक्षक के साथ गालीगलौज करने वाले आरोपियों के तलाश में पुलिस लगी है, आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
मनीष सिंह परिहार, कोतवाली थाना प्रभारी