प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान फंडिंग की कमी का दर्द भी सामने आया
अंबिकापुर। नगर पालिक निगम में अपने कार्यकाल के अंतिम दिन महापौर, लोक निर्माण विभाग व जल प्रदाय विभाग के प्रभारी ने संयुक्त प्रेसवार्ता करके अंबिकापुर को स्वच्छ बनाने सहित निर्माण कार्य व सुविधाओं के विस्तार को लेकर सभी के सहयोग से किए गए कार्यों को पत्रकारों से बातचीत के दौरान साझा किया। महापौर ने कहा कि उन्हें कुछ कार्यों को अपने कार्यकाल में पूरा नहीं कर पाने का मलाल भी है। उन्होंने इस बात को भी बेहिचक कह दिया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान फंडिंग की कमी रही, जिस कारण कई कार्य नहीं हो पाए। आगामी चुनाव के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा चुनाव चुनौतीपूर्ण होता है, फिर भी मौका मिला तो पूरी सक्रियता से लड़ेंगे और जीतेंगे।
पिछले 10 वर्षों से नगर निगम में महापौर का कार्यभार संभाल रहे डॉ. अजय तिर्की ने कहा कि शहर में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 38 करोड़ रुपये के कार्यों की स्वीकृति दे दी गई है, काम शुरू कर दिया गया है, जो एक माह में पूरा हो जाएगा। डामरीकरण के अलावा अधोसंरचनात्मक कार्यों के पूरा होने से शहर वासियों की शिकायत दूर होगी। शहर के लोगों की बड़ी मांग मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार की थी, इसे भी अपने कार्यकाल में उन्होंने सभी के सहयोग से पूरा किया है। मंगलवार को सादगीपूर्ण आयोजन में पूजा-पाठ करके सरगुजा की आराध्य मां महामाया प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर शहीद जवानों को मौन श्रद्धांजलि भी दी गई। उन्होंने कहा रिहायशी क्षेत्र में बढ़ती वाहनों की आमदरफ्त से बनने वाली जाम की स्थिति को देखते हुए सब्जी बाजार का एप्रोच रोड बनाया जा रहा है। सेंट्रल लाइब्रेरी की शहर में स्थापना हो, इसके लिए उन्होंने काफी कोशिश की, पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की थी, लेकिन यह काम राशि नहीं मिल पाने से अधूरा रह गया। उन्होंने कहा सेंट्रल लाइब्रेरी की स्थापना से बच्चों को अपने शहर में बढ़िया बेस मिलेगा। इसके लिए बीटीआई के पास जगह सुनिश्चित कर लिया गया है। ट्रांसपोर्टनगर नहीं बन पाया, इसका अफसोस रहेगा, जबकि इसे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने डिक्लियर किया था। इसके साथ ही उन्होंने शहर के विस्तार की जरूरत महसूस की।
काम का क्रेडिट लेने बैठा रहे प्रशासक
लोक निर्माण विभाग के प्रभारी शफी अहमद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है, जो बिना किसी नीतिगत कारण के चुनाव में विलंब कर रही है। विलंब का वास्तविक कारण बताने के लिए सरकार के पास कुछ भी नहीं है। सरकार को इतनी समझ नहीं है कि आम जनता सरलता से अधिकारियों के समक्ष अपनी बातों को साझा नहीं कर सकती है, इसके लिए जनप्रतिनिधियों का होना कितना जरूरी है। उन्होंने कहा भाजपा को अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिलने की आशंका है, इसलिए लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को छिन्न-भिन्न करने में लगी है। सामान्य सभा के सदन में छह करोड़ रुपये का प्रस्ताव सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षदों की सहमति से बनाकर शासन को देने के बाद इसमें बदलाव लाने का आरोप भी लोक निर्माण विभाग के प्रभारी ने लगाया और इसे चिंताजनक पहले बताया। उन्होंने कहा भाजपा निगम में 10 वर्ष तक काबिज रही, इनके कार्यकाल का रिकार्ड देखें तो 10 वर्ष पहले बाजार से तीन-चार गुना अधिक भाव में कई सामानों की खरीदी की गई है। कांग्रेस के कार्यकाल में उन्हीं सामानों की खरीदी काफी कम दर पर की गई है। शफी ने कहा कि निगम की कांग्रेस सरकार के विरूद्ध कोई भी तथ्यात्मक आरोप भाजपा नहीं लगा पाई। निगम के प्रशासक बैठाने की व्यवस्था के सवाल पर उन्होंने कहा कि काम का क्रेडिट उन्हें मिले, इसलिए ऐसा किया जा रहा है।

जल प्रदाय विभाग के द्वितेन्द्र मिश्रा ने अमृत मिशन और पूर्ववर्ती जल प्रदाय व्यवस्था पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पेयजल व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की गंभीर समस्या सामने नहीं आई। भौगोलिक कारणों से शहर के कुछ इलाकों में पेयजल व्यवस्था को लेकर सामान्य दिक्कतें आई, लेकिन आपात स्थिति कहीं नहीं बनने पाई। भीषण गर्मी और बारिश लेट होने की स्थिति में ऐसा भी लगता था कि एक टाइम ही पानी सप्लाई की नौबत बनेगी, लेकिन नगर वासियों को जल संकट से उबारने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री ने पेयजल व्यवस्था में अवरोध की स्थिति न बने और छोटी-बड़ी कमियों को दूर किया जा सके इसके लिए 25 लाख रुपये दिए थे, जिससे काफी राहत मिली। उन्होंने बताया कि लोग समय पर पानी का बिल अदा करें, इसके लिए मोर पानी ऐप को साकार करने की पहल की गई है, जिससे लोग बिजली बिल की तरह पानी का भी बिल भी घर बैठे चुका सकेंगे। श्री मिश्रा ने कहा कि बिजली की बाधा, अघोषित कटौती के कारण भी कई बार शहर के लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ता है। जनरेटर की व्यवस्था कतकालो, तकिया फिल्टर प्लांट, मायापुर पानी टंकी में है, लेकिन इसका असीमित उपयोग नहीं किया जा सकता है।
आराध्य देवी का खुले मन से किया पूजन
एक सवाल पर द्वितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि कार्यकाल के अंतिम दिन खुले मन से सरगुजा की आराध्य देवी का विधि-विधान से पूजन करके मां महामाया प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया गया है। कार्यक्रम में भाजपा के जनप्रतिनिधियों की गैर मौजूदगी के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि कुलदेवी सबकी है, भाजपाइयों की सोच होगी कि इसका श्रेय कांग्रेस को न मिल जाए। भाजपा ड्रामा पार्टी है, इनकी मंशा किसी और कला प्रदर्शन की होगी, हो सकता है वे फिर से मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार का लोकार्पण करें। हालांकि आयोजन में सरगुजा सांसद, विधायक सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन आयोजन में किसी कारणवश वे सहभागी नहीं हो पाए।

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