वर्षों की प्रतीक्षा के बाद हुआ भव्य मां महामाया प्रवेश द्वार का लोकार्पण
अंबिकापुर। वर्षों की प्रतीक्षा के उपरांत 7 जनवरी, मंगलवार को भव्य मां महामाया प्रवेश द्वार का लोकार्पण पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने विधि-विधान से पूजा उपरांत किया। 27 सितंबर 2023 को टीएस सिंहदेव ने ही इस प्रवेश द्वार का शिलान्यास किया था। उनके प्रयासों से राज्य शासन ने इस कार्य हेतु 49.30 लाख की स्वीकृति दी थी। राजस्थानी शैली में बने इस प्रवेश द्वारा की ऊंचाई 25 फिट एवं चौड़ाई 50 फिट है। इसके निर्माण में राजस्थानी शिल्पकारों की भागीदारी उल्लेखनीय रही। प्रवेश द्वार के 50 फिट चौड़ाई के ऊपरी स्थान का ढलाई इस कार्य में बेहद चुनौतीपूर्ण था, इसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
लोकार्पण की पूजा के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पूरे शहर के लिए लंबे समय से प्रतिक्षित मां महामाया प्रवेश द्वार के लोकार्पण से आज मन प्रफुल्लित हुआ है। उन्होंने कहा प्रवेश द्वार का शिलान्यास और लोकार्पण की पूजा, मां महामाया को हृदय से स्मरण कर पूर्ण किया हूं। उन्होंने इस प्रवेश द्वारा के निर्माण का श्रेय महापौर डॉ. अजय तिर्की के नेतृत्व में संपूर्ण नगर निगम टीम को दिया, जिन्होंने इसके निर्माण के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा किया। मां महामाया प्रवेश द्वार के लोकार्पण के अवसर पर पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत, बालकृष्ण पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, जेपी श्रीवास्तव, शफी अहमद, द्वितेन्द्र मिश्रा, राकेश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
सामुदायिक एकता की मिसाल है मां महामाया प्रवेश द्वार
अंबिकापुर नगर निगम में अल्पसंख्यक वर्ग के 7 पार्षदों ने सर्वप्रथम 5 अप्रैल 2022 को श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद के नेतृत्व में मां महामाया प्रवेश द्वारा के लिए पहल की थी। इस दौरान नवरात्र और रमजान के पर्व एक साथ चल रहे थे। इसी दौरान मेराज अंसारी, शमा परवीन, फौजिया नाज, रुही गजाला, नुजहत फातिमा एवं फिरदौस हसन ने शफी अहमद के नेतृत्व में निगम आयुक्त को संयुक्त पत्र देकर पार्षद निधि से 1-1 लाख रुपये प्रवेश द्वार के निर्माण के लिए देने की बात कही। अल्पसंख्यक वर्ग के पार्षदों की इस सराहनीय पहल को आगे बढाते हुए 11 अप्रैल 2022 को औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में उनके फार्म हाउस पर सर्व समाज की एक बैठक हुई थी, जिसमें महामाया प्रवेश द्वार निर्माण के लिए महापौर अंबिकापुर को सभी प्रशासकीय एवं तकनीकि औपचारिकताओं को पूर्ण करने हेतु अधिकृत किया था। इस दौरान महामाया प्रवेश द्वार निर्माण के लिए सर्व समाज के साथ एक समिति बनाने चर्चा हुई थी, जिसका संरक्षक टीएस सिंहदेव को बनाया गया था। इसके बाद प्रवेश द्वार के निर्माण की गतिविधियों ने जोर पकड़ा और 22 मार्च 2023 को प्रवेश द्वार का ड्राइंग, डिजाइन बनाकर निगम के द्वारा इसे प्रदेश शासन का भेजा गया। तत्कालीन केबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव की पहल पर प्रवेश द्वार के लिए शासन ने 49.30 लाख के बजट का आबंटन किया। एक लंबे पहल के परिणामस्वरुप राजस्थानी शैली का भव्य मां महामाया प्रवेश द्वार लोकार्पित हो पाया।

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