अंबिकापुर। ब्रम्हपारा निवासी एक युवक से घर बैठे ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर अलग-अलग तिथि में 5 लाख रुपये की धोखाधडी का मामला प्रकाश में आया है। रिपोर्ट पर पुलिस केस दर्ज करके मामले की जांच कर रही है।
ब्रम्हपारा अंबिकापुर निवासी हिमांशु कश्यप ने पुलिस को बताया है कि वे अपनी पत्नी के मोबाइल का उपयोग करते हैं। मोबाइल में उनकी पत्नि के नाम का फेसबुक, वाट्सएप एवं टेलीग्राम एकाउंट बना हुआ है। 15 दिसम्बर 2024 को मोबाइ्रल के फेसबुक पेज में रक्षा की रसोई के नाम से ऑन लाइन बिजनेस का स्टेटस देखने के बाद उन्होंने जिज्ञासावश उसे क्लिक किया, तो एक मोबाइल नम्बर से मैसेज व फोन कॉल करके बताया गया कि घर बैठे किसी प्रोडक्ट का स्क्रीन शॉट लेकर ग्रुप में डालकर वे ऑनलाइन बिजनेस से जुड़ सकते हैं। इसके बाद उन्होंने एक स्क्रीन शॉट दी गई जानकारी के अनुसार भेजा तो 120 रुपये बोनस के रूप में उनकी पत्नि के खाता में आया। इसके बाद कोई महिला टेलीग्राम लिंक भेजी, जिसका टेलीग्राम पेज चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर के नाम पर था, जिसमें टॉस्क पूरा करने का मैसेज आया और लिंक भेजकर एक हजार रुपये भेजने के लिए कहा गया। 16 दिसम्बर 24 को उन्होंने 1000 रुपये फोन पे से भेजा, जो उसी दिन वापस उनकी पत्नि के एकाउंट में वापस आ गया। इसके बाद लगातार 1000, 2000 रुपये 16 और 17 दिसम्बर 24 को टॉस्क पूरा करने के नाम पर टेलीग्राम पर कराया जाता रहा और उसी के अनुरूप बैंक खाते में पैसे का लेनदेन हो रहा था। उन्हें भरोसा दिलाया गया कि कंपनी फर्जी नहीं है, बल्कि वास्तव में ऑनलाइन बिजनेस के माध्यम से लोगों को लाभांवित करा रही है। 17 दिसम्बर से ही टेलीग्राम के अलग-अलग पेज में श्रद्धा थापा, आदित्य कुमार सोनी, तरूण सैनी, चीफ फाइनेंसियल आफिसर, बैजंती डिगेस्कर के नाम से संचालित टेलीग्राम एकाउंट से 17 से 23 दिसम्बर तक लिंक भेजकर कई किस्तों में 5 लाख रुपये मंगाया गया, हर बार झांसा दिया गया कि एकमुश्त रकम वापस आएगा। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि उनकी पत्नि के बैंक खाता में नेट बैकिंग को लेकर कुछ प्राब्लम है, जो जल्द ही क्लियर हो जाएगा। बाद में रकम भेजने के लिए दूसरा खाता नंबर मांगने पर उन्होंने अपने नाम का एच.डी.एफ.सी. बैंक खाता से संबंधित जानकारी भेज दिया, जिसमें 20 दिसम्बर को 9,800 रुपये और 200 रुपये आया। 21 दिसम्बर को बैंक खाता ब्लॉक हो गया, इसका मैसेज आने पर 24 दिसम्बर को वे बैंक पहुंचे तो बताया गया कि गलत ट्रांजक्शन के कारण उनका एकाउंट फ्रीज किया गया है। इसके बाद खाताधारक को साइबर ठगी का एहसास हुआ। उनके द्वारा साइबर सेल में इसकी जानकारी देकर बैंक खाते का स्टेटमेंट प्राप्त किया गया। हिमांशु ने पुलिस को बताया है कि अभी भी उनके मोबाइल नम्बर पर टेलीग्राम में लगातार मैसेज भेजकर ठगों के द्वारा और रकम भेजने पर पूरा रकम जोड़कर वापस करने का संदेश भेजा जा रहा है। रिपोर्ट पर पुलिस तकनीकी जानकारी हासिल करने में लगी है।

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