घर से बिना बताए दोनों दोस्त न्यू ईयर मनाने मोटरसायकल से चिरमिरी जाने निकले थे
अंबिकापुर। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला निवासी दो दोस्त एक-दूसरे के घर में नव वर्ष समारोह मनाने की जानकारी देकर अपने-अपने घर से निकले और मोटरसायकल में सवार होकर लगभग 15 घंटे में अंबिकापुर के करीब पहुंच गए। लुचकी घाट में हुई दुर्घटना में दोनों घायल हो गए, जिसमें से एक की मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घायल युवक का उपचार चल रहा था, जिसे लेकर स्वजन गृहग्राम के लिए रवाना हो गए हैं।
हार्डवेयर दुकान का संचालन करने वाले जिसान खान पिता फरीद अली खान निवासी चेगल सापुईपाड़ा, थाना उलूवेड़िया हावड़ा, पश्चिम बंगाल ने बताया कि उसका ममेरा भाई शेख सोहम हुसैन पिता शेख मुजमिल हुसैन 21 वर्ष हावड़ा जिले के सिन्दुरिया महल, थाना साउथ बाउरिया का रहने वाला था। 31 दिसम्बर को देर रात लगभग 12 बजे दोनों अपने घर में एक-दूसरे के घर में न्यू ईयर के फंक्शन में जाने की बात कहकर निकले थे, इसके बाद घर नहीं लौटे। 01 जनवरी को शाम करीब साढ़े 4 बजे मामा शेख मुजमिल को मोबाइल फोन से अज्ञात व्यक्ति ने सूचना दिया कि उनके लड़के शेख सोहम हुसैन और राजा उर्फ सोहेल का एक्सीडेंट कोतवाली थाना अंबिकापुर अंतर्गत छत्तीसगढ़ में हो गया है, इन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए हैं। स्वजन को फोन करने वाले की बात पर यकीन नहीं हुआ क्योंकि दोनों युवक अपने गृहग्राम में ही एक-दूसरे के यहां न्यू ईयर फंक्शन में जाने की बात कहकर गए थे। अविश्वास की बनी स्थिति के बीच स्वजन शेख सोहम के साथी राजा उर्फ सुहैल से संपर्क किए तो वह बताया कि वे छत्तीसगढ़ आए थे, अंबिकापुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के लुचकी घाट, मुख्य मार्ग में उनका अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट हो गया है। उसने शेख सोहम को गंभीर चोट आने और स्वयं के पैर में चोट आने की जानकारी दी। इसके बाद एक जनवरी को रात 11 बजे राजा ने ही इन्हें फोन करके बताया कि शेख सोहम का इलाज के दौरान मौत हो गया है। बहरहाल पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया है।
ऑनलाइन हुई थी दोस्ती, मनाने जा रहे थे न्यू ईयर
मृतक के दोस्त राजा उर्फ सोहेल ने बताया कि मृतक शेख सोहम हुसैन कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र था। इनका परिचय छत्तीसगढ़ के चिरमिरी में रहने वाले एक युवक से ऑनलाइन हुआ था। नए वर्ष में दोनों उसके यहां न्यू ईयर मनाने के लिए जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने ऑनलाइन दोस्त से बात करके चिरमिरी आने की जानकारी भी दी थी। अंबिकापुर के करीब वे पहुंचे ही थे कि हादसे का शिकार हो गए। इन्होंने रास्ते में मोबाइल फोन पर रील भी बनाया था।
पहले दुर्घटना की मिली सूचना पर नहीं हुआ यकीन
मृतक का शव लेने के लिए आए स्वजन 15-16 घंटे के बीच मोटरसायकल सवार युवकों के पश्चिम बंगाल से अंबिकापुर तक पहुंचने को लेकर हतप्रभ हैं। उन्होंने बताया कि कार से अंबिकापुर आने में उन्हें 16 घंटे लग गए। इनका कहना है कि 31 दिसम्बर की रात दोनों अपने घरों में एक-दूसरे के यहां जाने के लिए कहकर निकले थे। देर रात 2.30 बजे तक पुत्र के घर नहीं लौटने पर मृतक शेख सोहम हुसैन के पिता ने फोन लगाकर पुत्र से बात की तो उसने रिसार्ट में होने और 01 जनवरी को यहां से कलकत्ता के इको पार्क में घूमने के लिए जाने की बात कही थी। जब मृतक के पिता को सड़क हादसे में उनके पुत्र व साथी के घायल होने का मोबाइल पर सूचना मिली तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। इसके बाद 2 जनवरी को पुलिस ने लगभग 8.30 बजे इन्हें घटनाक्रम से अवगत कराया और वे अंबिकापुर आने के लिए रवाना हुए।