वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी रेल परियोजनाओं के लिए आबंटित करें बजट-सिंहदेव
सरगुजा संभाग में रेल सुविधाओं के विस्तार को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री ने केन्द्रीय रेल मंत्री को लिखा पत्र
अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में रेल सुविधाओं के विस्तार को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को 31 दिसंबर को पत्र प्रेषित किया है। इसमें उल्लेख है कि छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तर में स्थित आदिवासी आबादी बहुल सरगुजा संभाग छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 25वें वर्ष में भी रेलवे सुविधा में बेहद पिछड़ा हुआ है। पूर्व उपमुख्यमंत्री का पत्र इस क्षेत्र में नई रेललाइन बिछाने के साथ ही रेलवे के आधारभूत सुविधाओं की स्थापना एवं नए ट्रेन को प्रारंभ करने को लेकर है। वे निरंतर हवाई सेवा एवं ट्रेन सेवा के विस्तार के लिए सक्रिय रहे हैं। अंबिकापुर में हवाई सेवा के लिए पूर्व उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात एवं पत्राचार प्रत्यक्ष है, जिसके फलस्वरुप अंबिकापुर हवाई यात्री उड़ान के नक्शे पर उभरा है। यूपीए शासन के दौरान अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन की शुरुआत उनके प्रयासों से ही हुई थी। क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं के विस्तार एवं उन्नति को लेकर वे निरंतर सक्रिय रहे। रेलवे मंत्री को प्रेषित उनका यह पत्र इसी दिशा में एक कदम है।
रेलमंत्री को प्रेषित पत्र में उन्होंने 6 ऐसे बिंदुओं पर रेलवे सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की है, जिन पर अमल होने से सरगुजा संभाग के निवासियों को प्रशासकीय, व्यवसायिक, चिकित्सीय, धार्मिक आदि प्रयोजनों के लिए सफर करना आसान होगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने पत्र के माध्यम से अंबिकापुर में पूर्व से स्वीकृत रेलवे वाशिंग प्लांट को स्थापित करने की मांग की है। वाशिंग प्लांट स्थापित होने से अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से कई ट्रेनों की रवानगी की जा सकती है। पत्र में पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अंबिकापुर से दुर्ग तक के लिए प्रस्तावित इंटरसिटी एक्सप्रेस को तत्काल प्रारंभ करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 वर्ष बीत जाने के बावजूद पूरे सरगुजा संभाग के लिए प्रदेश की राजधानी रायपुर के लिए एकमात्र ट्रेन की व्यवस्था है। इसी प्रकार चिरमिरी से बिलासपुर के मध्य 35 वर्षों से एक साधारण ट्रेन चल रही है। क्षेत्र की आबादी में वृद्धि होने के कारण मौजूदा व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हंै। ऐसे में पूर्व में प्रस्तावित अंबिकापुर-दुर्ग इंटरसिटी एक्सप्रेस को प्रारंभ करना जनहितकारी होगा। इसके साथ ही उन्होंने अंबिकापुर से नागपुर के लिए नियमित रुप से द्रुतगामी एक्सप्रेस ट्रेन सुविधाओं को प्रारंभ करने का पत्र में जिक्र किया है। इस संदर्भ में उन्होंने कुछ वैकल्पिक सुझाव भी दिए हैं। इसके अनुसार मौजूदा अंबिकापुर-दुर्ग ट्रेन का विस्तार नागपुर तक किए जाने का सुझाव दिया गया है। एक अतिरिक्त रैक की व्यवस्था कर इसे प्रारंभ किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि अंबिकापुर से जबलपुर चल रही ट्रेन को गोंदिया होते हुए नागपुर तक चलाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने मौजूदा शहडोल-नागपुर ट्रेन को अंबिकापुर से प्रारंभ कर नागपुर तक चलाने का सुझाव दिया है।
पत्र के मध्यम से पूर्व उपमुख्यमंत्री ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरगुजा संभाग से सप्ताह में 2 दिन ट्रेन चलाने की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया है कि ट्रेन इस प्रकार चलाई जाए कि प्रयागराज के साथ ही साथ वाराणसी, अयोध्या और गोरखपुर तक सफर की सुविधाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध हो। उन्होंने आगामी बजट में वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी रेल परियोजना अंबिकापुर-बरवाडीह एवं अंबिकापुर-रेनुकूट के लिए बजट आबंटित करने की मांग की है। रेल मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि उपरोक्त रेल सुविधाएं क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती हंै।