अंबिकापुर। राज्य सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग की उपेक्षा का आरोप लगाकर ओबीसी समाज ने प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया। इसी क्रम में अंबिकापुर में गांधी चैक पर ओबीसी महासभा ने प्रदर्शन करके सरकार के प्रति नाराजगी जताई।
धरना-प्रदर्शन में जुटे पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा पिछड़े वर्ग की उपेक्षा से पूरे प्रदेश में पिछड़ा वर्ग नाराज है। इससे पूर्व 4 वर्षों से प्रदेश अध्यक्ष के मार्गदर्शन में राज्य सरकार से विधायक, सांसद, जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री से हमेशा पिछड़ा वर्ग को लंबित आरक्षण 27 प्रतिशत देने की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक आरक्षण नहीं मिला है। राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में पिछड़ा वर्ग के हितों को ध्यान में नहीं रखा गया। सरगुजा, बस्तर जिले में पंचायत के चुनाव में ओबीसी आरक्षण को शून्य कर दिया गया। नगर पालिका, नगर निगम के चुनाव में पहले जो आरक्षण ओबीसी को मिलता था, उसे घटाकर कम कर दिया गया है। पिछड़ा वर्ग समाज की अपेक्षा की जा रही है। हमारी निरंतर मांगों से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं की, मांगे पूरी नहीं की, इसलिए धरना-प्रदर्शन जैसा कदम उठाना पड़ा है। आने वाले समय में प्रदेश के आव्हान पर पूरे प्रदेश में क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ते हुए नगर बंद, चक्का जाम करके आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। कार्यक्रम के अंत में प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान सुभाष साहू, भूलेश्वर राजवाड़े, रामअवतार गुप्ता, नित्यानंद ठाकुर, पारसनाथ राजवाड़े, शैलेंद्र शर्मा, डॉ. कृपाशंकर पटेल, कमलेश कुमार यादव, रघुनंदन सोनी, उमाशंकर कुशवाहा, इंदु कश्यप, मालती यादव, संजू सोनी, रश्मि सोनी, यशोदा साहू, गिरिजा ठाकुर, उषा सोनी, ममता सोनी, अनीता देवी शर्मा, नेहा गुप्ता, आशा देवी, ममता देवी विश्वकर्मा, मनोरमा विश्वकर्मा, माया देवी, सीता सोनी, मनोज, सुंदरकली देवी, मीना, निर्मला कश्यप, वर्षा ठाकुर, रंभा शर्मा, सुनीता शर्मा, पुष्पा सहित बड़ी संख्या में ओबीसी समाज के लोग उपस्थित थे।

Spread the love