रायपुर से अंबिकापुर का 4999 और अंबिकापुर से रायपुर का 5999 किराया देकर यात्री कर रहे सफर
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा का शुभारंभ होना प्रदेश के साथ ही सरगुजा संभाग के लोगों के लिए काफी गौरवशाली पल रहा। इस रूट की टिकट 999 रुपये होने के बाद लोग इसे लेकर उत्साहित रहे कि वास्तव में अब हवाई सफर सामान्य लोग भी कर पाएंगे। उत्तरी सरगुजा के लोग फ्लाइट से उड़ान भरने के लिए आतुर थे, लेकिन हवाई सफर की महंगी टिकट के अचानक सामने आने से चप्पल पहनने वालों को उड़ान भरने का सब्जबाग ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार की रिजनल कनेक्टिविटी योजना के तहत रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। इसे लोग ऐतिहासिक पल इसलिए भी मान रहे थे क्योंकि बस से सफर में लगने वाले किराए से थोड़ी अधिक राशि देकर वे कुछ घंटे में ही हवाई उड़ान भरकर अंबिकापुर से बिलासपुर या रायपुर आना-जाना कर सकते थे। कई सामान्य परिवार के सदस्यों ने तो बच्चों के शीतकालीन सत्र में परिवार के साथ बिलासपुर, रायपुर तक के सफर की योजना भी बनाई थी। इसके पीछे कारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा उद्घाटन के मौके पर अपने उद्गार में यह कहना था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा। इसके बाद सामान्य आमदनी में गुजर-बसर करने वालों की सोच रही कि अब उनके हवाई सफर का सपना साकार होगा। वर्तमान में देखने को यह मिल रहा है हवाई सफर करने के लिए दिखाया गया स्वप्न, दिवास्वप्न का रूप ले लिया है। कुछ यात्रियों के द्वारा छत्तीसगढ़ फ्रंटलाइन को उपलब्ध कराया गया हवाई यात्रा का टिकट देखने के बाद यह प्रतीत हो रहा है कि यात्रियों को हवाई सफर करने के लिए 999 नहीं बल्कि रायपुर से अंबिकापुर के लिए 4999 और अंबिकापुर से रायपुर के लिए 5999 रुपये देना पड़ा। ऐसे में चप्पल वालों के लिए हवाई सफर की डगर आसान नहीं है। उद्घाटन के समय नेताओं के द्वारा बोले गए बड़बोले बोल के बाद सामने आई स्थिति को लेकर कई प्रकार की तीखी प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं।