पुलिस ने एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा
अंबिकापुर। दुष्कर्म के मामले में पूर्व में पंजीबद्ध प्रकरण का निपटारा करने ब्लैकमेलिंग कर 10 लाख रुपये हड़पने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने शहर के हृदयस्थल स्वामी विवेकानन्द, घड़ी चौक के पास से एक महिला सहित 04 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा प्रकरण का निपटारा कराने के लिए 61 लाख रुपये की मांग की गई थी और पहले किस्त में 05 लाख लेने के बाद दूसरे किस्त का 05 लाख रुपये लेने आरोपी पहुंचे थे। आरोपियों ने हवाला के तर्ज पर रकम लेन-देन करने के लिए 50 रुपये का फाड़े गए नोट का दो टुकड़ा व नगद रकम 10 लाख रुपये बरामद कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक सुभाष चन्द्र अग्रवाल निवासी मोवा लक्जेवरा बिल्डिंग, जिला रायपुर ने 25 दिसम्बर को थाना कोतवाली में सूचना दिया कि संतोष विश्वकर्मा पूर्व में पंजीबद्ध अनाचार के मामले में राशि वसूल कर केस को खत्म करने की योजना बनाया है, वह लगातार उससे संपर्क कर रहा है। 22 दिसम्बर को वह रायपुर आकर उससे मिला और बातचीत के मध्य केस खत्म करने के लिए 61 लाख रुपये में सौदा तय हुआ, जिसमें से 21 लाख रुपये टोकन मनी मांगा गया। उक्त राशि प्रदान करने के लिए संतोष विश्वकर्मा 50 रुपये के एक नोट का आधा हिस्सा फाडक़र एक हिस्सा खुद रख लिया और दूसरा हिस्सा सुभाष को दिया था। इसके बाद संतोष बोला कि जब आप रुपये देने के लिए आओगे तो नोट का दूसरा हिस्सा दिया जायगा। संतोष विश्वकर्मा ने उसे विश्वास दिलाया कि राशि देने के पश्चात वह विनोद केडिया के पक्ष में बयान देगा, महिला के साथ वह लगातार संपर्क में है। सौदा उक्त महिला के पूर्ण जानकारी में हो रहा है। आरोपी ने कहा कि राशि का भुगतान करतेे ही उसके जीजा विनोद केडिया को इस मामले से बाहर निकालने केस इनके पक्ष में बढ़ाया जाएगा। चर्चा अनुसार 24 दिसम्बर को वह पैसा देने के लिए रायपुर से अपने ड्रायवर साथियों के साथ अंबिकापुर आया और अपने एक रिश्तेदार के साथ नए गमछा में 05 लाख रुपये लेकर वह संतोष विश्वकर्मा के बताए गए जगह में न्यायालय के पीछे गया, वहां अल्टो कार नंबर सीजी 15बी 9051 में संतोष और उक्त महिला से मुलाकात हुई। इन्ही के साथ एक स्कूटी नंबर सीजी 16 सी.एन. 5042 में दो अन्य लोग थे। यहां वह 5 लाख रुपये संतोष को दे दिया, इसके बाद अगले दिन और पैसा बैग में लाकर देने के लिए कहा गया। ऐसे में इन्होंने पुलिस का सहयोग लेना उचित समझा और थाना कोतवाली में घटना से अवगत कराते हुए आवेदन दिया। रिपोर्ट पर थाना कोतवाली पुलिस टीम ने फिल्डिंग सुनिश्चित की और आरोपियों के द्वारा रकम लेने हेतु बुलाए गए स्थान अनन्या होटल के पास पहुंच गए। यहां सडक़ के किनारे संतोष विश्वकर्मा, केस से संबंधित महिला एवं अन्य दो पुरूष एक अल्टो कार एवं स्कूटी लेकर खड़े थे। इन्हें सुभाष चन्द्र अग्रवाल के द्वारा एक बैग में रखा 500 रुपये का 10 बंडल, कुल रकम पांच लाख रुपये महिला को दिया। रुपये देते ही पुलिस आ धमकी और महिला सहित चारों व्यक्तियों को हिरासत में ले ली।
इन आरोपियों को पुलिस की गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से महिला सहित 04 आरोपी संतोष विश्वकर्मा पिता शंकर विश्वकर्मा 34 वर्ष, निवार्सी क्वार्टर नंबर 132 डी.एन.क्यू. कुम्दा कॉलोनी विश्रामपुर जिला सूरजपुर, कमलेश देवांगन पिता स्व. सुदनलाल 39 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 4 मनेन्द्रगढ़, घनश्याम विश्वकर्मा पिता सुन्दनलाल 34 वर्ष निवासी माहोरपारा वार्ड नंबर 2 मनेन्द्रगढ़ को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ महिला के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग करना स्वीकार किया।
कार और स्कूटी जप्त कर केस दर्ज
आरोपिया के निशानदेही पर पूर्व में लिए गए 05 लाख रुपये सहित 10 लाख रुपये और घटना में प्रयुक्त अल्टो कार क्रमांक सीजी 15 बी 9051 एवं स्कूटी क्रमांक सीजी 16 सीएन 5042 जप्त किया गया है। आरोपियों के विरुद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 913/24, धारा 308(2), 308 (7), 61(2) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर इन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
पहले एक करोड़ की हुई थी मांग
बड़े शहरों में चल रहे सेक्साटार्सन रैकेट के तर्ज पर अबिकापुर में भी महिला के साथ सुनियोजित तरीके से लोगों को फंसाने का काम चल रहा है। यह मामला छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट रिसार्ट के घटनाक्रम से जुड़ा है, यहां महिला के द्वारा विनोद केडिया के विरूद्ध केस भी दर्ज कराया गया है। बाद में जिस प्रकार से प्रकरण का निपटारा करने के नाम पर एक करोड़ की डिमांड की गई, इससे उनके होश उड़ गए थे। सौदेबाजी के बाद 61 लाख में बात बनी, लेकिन कोई जरूरी नहीं था कि रकम प्राप्ति के बाद इनके द्वारा समझौता जैसा कोई कदम उठाया जाता।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक वंश नारायण शर्मा, रम्भा साहू व रश्मि सिंह, प्रधान आरक्षक शत्रुधन सिंह, महिला प्रधान आरक्षक राधा यादव, प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह व सियाराम मरावी, आरक्षक रमन मंडल, शिवमंगल, नितिन सिन्हा, विवेक राय, लालबाबू सिंह सक्रिय रहे।