नाबालिगों का सीडब्ल्यूसी ने लिया बयान, संदेही से भी चल रही पूछताछ
अंबिकापुर। उदयपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात को एक ऑटो में बैठकर अपने गांव से उदयपुर बस स्टैंड की ओर जा रहे 6 नाबालिगों को पुलिस ने रास्ते में ही ऑटो को रूकवाकर अपने कब्जे में लिया, इनमें विशेष पिछड़ी जनजाति की चार बालिकाएं भी शामिल हैं। नाबालिगों के साथ एक व्यक्ति भी था, जो इन्हें संभवत: काम का प्रलोभन देकर ले जा रहा था। मानव तस्करी की शंका पर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात को उदयपुर पुलिस को सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ग्राम सानीबर्रा से ऑटो में 6 नाबालिग पंडो जनजाति के बच्चों को कहीं ले जाया जा रहा है। इनके उदयपुर बस स्टैंड की ओर जाने की जानकारी मुखबिर से मिलने पर उदयपुर थाना प्रभारी कुमारी चन्द्राकर के नेतृत्व में टीम सक्रिय हुई और मानव तस्करी की आशंका पर वाहनों की जांच शुरू की। इस दौरान नाबालिगों को लेकर जा रहे ऑटो को पुलिस रूकवाई, जिसमें नाबालिक लड़कियां और दो लड़के सवार थे। पूछताछ में पता चला कि इन्हें यहां से बाहर ले जाने की तैयारी में ऑटो सवार एक व्यक्ति था। इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को देने के साथ ही सीडब्ल्यूसी को भी दी गई। नाबालिकों के स्वजनों को थाने में तलब किया गया। स्वजन से पूछताछ के बाद सीडब्ल्यूसी ने बच्चों का बयान दर्ज किया है। बता दें कि एक समय सरगुजा संभाग में मानव तस्करी एक बड़ी समस्या का रूप ले चुकी थी, बाद में पुलिस की सख्ती व कुछ समाज सेवी संगठन व प्रशासन के प्रयासों से सरगुजा संभाग में मानव तस्करी का कारोबार ठंडा पड़ गया था। एक बार फिर मानव तस्करों ने यहां अपना जाल बिछाना प्रारंभ कर दिया है, जिसपर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता प्रतीत हो रही है।
पांच वर्षों में गायब 479 लोगों कोतलाश रही पुलिस
सरगुजा जिले में पिछले पांच सालों में काफी संख्या में महिला-पुरूष व बच्चे गायब हुए, इनमें से ज्यादातर को पुलिस बरामद कर ली है, लेकिन 477 लोगों का अभी भी अता-पता नहीं है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में 85 नाबालिग बालक और 500 नाबालिग बालिकाएं अपने घर से गायब हुई थी। सभी मामले में पुलिस ने अपहरण का अपराध दर्ज किया है। जांच के दौरान 80 नाबलिक बालकों व 486 नाबालिक बालिकाओं को पुलिस ने बरामद भी किया है परन्तु 5 बालक और 14 बालिकाओं का पता नहीं चल पाया है। इसी प्रकार पांच सालों में 588 व्यस्क पुरूष तथा 1433 महिलाएं भी गायब हुई, जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया है। विवेचना और तलाशी के दौरान 461 पुरूष तथा 1102 महिलाओं को बरामद करने में पुलिस सफल हुई, लेकिन 127 पुरूष और 333 महिलाओं का सुराग नहीं मिल पाया है। इस प्रकार नाबालिग व व्यस्कों को मिलाकर कुल 477 लोग अभी भी गायब हैं।
बयान
उदयपुर में जिन नाबालिगों को एक व्यक्ति के द्वारा ऑटो में लेकर जाने की जानकारी मिली है, उन बच्चों व उनके साथ जा रहे व्यक्ति से पूछताछ के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। बयान में सामने आए कुछ तथ्यों की जांच पुलिस टीम कर रही है। सीडब्ल्यूसी ने भी बच्चों का बयान दर्ज किया है। पूरी जांच के बाद ही वास्तविक जानकारी सामने आ पाएगी।
अमोलक सिंह ढिल्लो, एएसपी सरगुजा

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