इलाज में लापरवाही का आरोप, बैेकुंठपुर अस्पताल से चिकित्सक ने किया था रेफर
अंबिकापुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु अस्पताल में प्रसव के बाद लाकर भर्ती कराई गई एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के स्वजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की। इनका आरोप है कि भर्ती मरीज को खून देर से चढ़ाया गया और समय पर उपचार की सुविधा नहीं मिलने के कारण महिला दम तोड़ दी। न करने के कारण मरीज की मौत हुई है, जिस कारण तीन दिन के बच्चे के सिर से मां का साया हट गया है।
जानकारी के मुताबिक एमसीबी जिला के झगराखांड, मनेन्द्रगढ़ पानी दफाई निवासी गर्भवती महिला प्रमिला यादव पति सोनू यादव 25 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर मनेन्द्रगढ़ अस्पताल में स्वजन भर्ती कराए थे। 17 दिसम्बर को यहां से रेफर करने पर वे प्रसूता को बैकुंठपुर जिला अस्पताल ले गए। 21 दिसम्बर को सामान्य प्रसव चिकित्सकों ने कराया और महिला ने पुत्र को जन्म दिया। इसके बाद महिला की स्थिति बिगड़ने लगी। महिला की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर के लिए रेफर कर दिया था। पुत्र के जन्म के बाद 22 दिसम्बर को सुबह 5.30 बजे महिला को लेकर स्वजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, यहां जांच के बाद चिकित्सक ने पाया कि प्रसव के बाद अंदरूनी सफाई नहीं की गई है। ऐसे में चिकित्सक ने आवश्यक जांच, उपचार के बीच सफाई करके स्वजन को ए पॉजिटिव ब्लड की व्यवस्था करने के लिए कहा था। महिला के पति का कहना है कि 8 बजे से वह ब्लड के लिए भटक रहा था, अस्पताल से उक्त ग्रुप का ब्लड नहीं मिल पाया। दोपहर एक बजे उसका साला एक यूनिट ब्लड दिया, इसके बाद उसकी पत्नी को ब्लड चढ़ पाया। डॉक्टर भी समय पर नहीं पहुंचे, इस बीच उसकी पत्नी की तबियत काफी बिगड़ गई थी और आननफानन में उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। भर्ती महिला के मौत की खबर मिलने के बाद आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बन गई। काफी देर तक स्वजन मृतिका के शव को ले जाने के लिए तैयार नहीं थे। इनका कहना था कि बच्चे के लालन-पालन के लिए उन्हें मुआवजा दिया जाए। बाद में दोपहर लगभग 12.30 बजे वे शव लेकर अपने गृहग्राम के लिए रवाना हो गए।
बयान
बैकुंठपुर अस्पताल में प्रसव के बाद रेफर की गई महिला को क्रिटिकल कंडीशन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर लाया गया था। आईसीयू में भर्ती महिला को चिकित्सक आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराया गया था। भर्ती की गई महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन काफी कम था। वह सिकलसेल, एनीमिया से पीड़ित थी।
डॉ. आर.सी. आर्या
अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल
बयान
बैकुंठपुर से प्रसव के बाद लाई गई महिला का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ा हुआ था। किडनी और लीवर भी खराब था। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने के कारण उसे एक यूनिट ब्लड चढ़ाया गया था। प्रसव के बाद इन्फेक्शन की स्थिति न बने, इसे देखते हुए आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। उल्टी होने के कारण एस्पिरेशन की स्थिति बनी और उसकी मौत हो गई।
डॉ. स्वपनिल विल्सन, एचओडी गायनिक विभाग

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