मामला हाथी के द्वारा कुचले गए ग्रामीण के शव उठवाने गए वन अमले से जुड़ा
अंबिकापुर। भटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम सारसताल में हाथी के द्वारा ग्रामीण को कुचलने के बाद शासकीय कार्य में बाधा की बनी स्थिति, खींचातानी, वन अधिकारी को अपमानित करते हुए शव के टुकड़े उठाने के लिए बाध्य करने के मामले में पुलिस ने सात लोगों के विरूद्ध नामजद केस दर्ज कर लिया है।
वन परिक्षेत्राधिकारी प्रतापपुर उत्तम कुमार मिश्रा पिता प्रेमचन्द मिश्रा 32 वर्ष, निवासी गोधनपुर अंबिकापुर ने भटगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि 15 दिसम्बर को ग्राम सोनगरा सारसतालपारा में हाथी गांव के ही फूलसाय राजवाड़े को कुचल दिया था, जिसमें उसकी मृत्यु हो गई थी। इसकी सूचना रात में परिक्षेत्र सहायक, सोनगरा अनंत कुमार सरकार के द्वारा दी गई थी। इसके पश्चात रात्रि लगभग 01 बजे थाना भटगांव से सहायक उपनिरीक्षक बजरंगी चैहान एवं आरक्षक राधेश्याम साहू के साथ वे घटनास्थल सरसताल पारा पहुंचे। मृतक के स्वजनों से बातचीत करके वे शव उठाने की समझाइस दे रहे थे, तभी एक लडके ने धनेश्वर राजवाड़े को फोन पर इसकी जानकारी दी और धनेश्वर शव उठाने से मना कर दिया और मौके पर पहुंच कर विवाद करते हुए शव कोई नहीं ले जाएगा कहने लगा। इसके बाद वन विभाग के कुछ कर्मचारियों को छोड़कर सभी लोग वापस आ गए थे। 16 दिसम्बर को पुन: वन कर्मचारी अनंत कुमार सरकार, आशीष साहू, कुलदीप सोनपाकर, विजय कुजूर, प्रेमकांत तिवारी मौके पर गए थे। सुबह 08 बजे स्टाफ ने फोन करके बताया कि धनेश्वर प्रसाद राजवाड़े, इन्द्रजीत, ललन, अंगत, बालेश्वर, रामचन्द सहित अन्य लोग बंधक जैसी परिस्थिति बनाकर उन्हें रोककर रखे हैं और शव को नहीं ले जाने दे रहे हैं। वन परिक्षेत्राधिकारी ने बताया है कि जब मौके पर उपवनमंडलाधिकारी प्रतापपुर आशुतोष भगत, प्रभारी वन परिक्षेत्राधिकारी घुई अच्छेलाल कारपेंटर के अलावा भटगांव पुलिस स्टॉफ मौके पर पहुंचे तो उनके साथ धनेश्वर व अन्य साथियों ने गाली-गलौज करते हुए पहने हुए वर्दी से खींचातानी की गई और अपमानित करके शव के टुकडों को उठाने के लिए दबाव बनाया गया। मौके पर आशुतोष भगत उपस्थित थे। भीड़ को शांत कराकर वापस लौटते समय कुछ पत्रकारों द्वारा मारने के लिए दौड़ाने का आरोप भी वनपरिक्षेत्राधिकारी ने लगाया है। मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 126(2), 191(2), 221, 296 का मामला दर्ज कर लिया है।