ग्लोबल NCAP कार क्रैश टेस्ट में सिट्रोएन eC3 बुरी तरह फेल रही है। इसको 0-स्टार रेटिंग मिली है। सेफ्टी के लिहाज से ये इलेक्ट्रिक कार बिल्कुल सेफ नहीं है। इसलिए, सुरक्षा को देखते हुए आपको इसे लेने से पहले इसकी सेफ्टी रिपोर्ट जरूर देख लेनी चाहिए।

बिल्कुल सेफ नहीं ये इलेक्ट्रिक कार, सेफ्टी क्रैश टेस्ट में मिले 0-स्टार; खरीदने से पहले ये जरूर देख लें
ग्लोबल NCAP द्वारा जुलाई 2022 से लागू किए गए नए क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल के तहत अब तक 19 भारतीय कारों का परीक्षण किया गया है। यह नई गाइडलाइंस कारों की सुरक्षा को और सख्त मानकों पर परखती हैं। 10 साल पहले जब “सेफर कार्स फॉर इंडिया” कैंपेन की शुरुआत हुई थी, तब के मुकाबले आज अधिक कारें और एसयूवी 5-स्टार रेटिंग हासिल कर रही हैं। लेकिन, सिट्रोएन eC3 जैसी भी कुछ कारें हैं, जो नए क्रैश टेस्ट में बुरी तरह फिसड्डी रही हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं, सिट्रोएन eC3 की, जिसको ग्लोबल NCAP ने क्रैश टेस्ट में 0-स्टार रेटिंग दी है।

ग्लोबल NCAP द्वारा जुलाई 2022 से लागू किए गए नए क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल के तहत अब तक 19 भारतीय कारों का परीक्षण किया गया है। लेकिन, सिट्रोएन eC3 पहली इलेक्ट्रिक कार थी, जिसे ग्लोबल NCAP के नए नियमों के तहत टेस्ट किया गया, लेकिन इसकी सबसे कम रेटिंग रही। सिट्रोएन eC3 को क्रैश टेस्ट में 0-स्टार रेटिंग मिली, जो बेहद खराब रेटिंग है।

अडल्ट सेफ्टी
यह इलेक्ट्रिक हैचबैक भले ही अडल्ट सेफ्टी में 20.86/34 अंक हासिल कर पाई, लेकिन इसके ESC (इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल) की कमी और सीटबेल्ट रिमाइंडर का मानकों पर खरा न उतरना इसकी रेटिंग को प्रभावित कर गया। इसके अलावा कार पैदल यात्रियों की सुरक्षा के मानकों पर भी खरी नहीं उतरी। ड्राइवर और पैसेंजर के छाती और पैरों की सुरक्षा को भी अपर्याप्त माना गया।

बच्चों की सुरक्षा में कमी
सिट्रोएन eC3 को बच्चों की सुरक्षा (COP) में 49 में से 10.55 अंक मिले, जिसके चलते इसे 1-स्टार रेटिंग मिली। टेस्ट में पाया गया कि इसमें ISOFIX माउंट्स का अभाव है, जिससे चाइल्ड सीट सुरक्षित नहीं हो पाती। फ्रंट इम्पैक्ट में 3 साल के डमी का सिर वाहन के अंदरूनी हिस्सों से टकराया, वहीं साइड इम्पैक्ट में 18 महीने के डमी का सिर पूरी तरह एक्सपोज पाया गया।

सेफ्टी रेटिंग पर खास ध्यान
नई सुरक्षा गाइडलाइंस के तहत भारतीय कारों में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन सिट्रोएन eC3 जैसे उदाहरण यह याद दिलाते हैं कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। ग्राहकों को कार चुनते समय सुरक्षा रेटिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

Bharat NCAP टेस्ट
भारत में अब Bharat NCAP ने अपना खुद का सुरक्षा आकलन कार्यक्रम शुरू कर दिया है। यह भारतीय बाजार के लिए एक बड़ा कदम है और इससे आने वाले समय में अधिक सुरक्षित कारें उपलब्ध हो सकेंगी। हालांकि, सिट्रोएन eC3 जैसे मामलों से यह साफ है कि कुछ कार निर्माताओं को अभी सुरक्षा मानकों में सुधार की जरूरत है।

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